सोनभद्र(शिव प्रकाश पाण्डेय)
जनपद के किसानो की फसल को आवारा पशुओं से ज्यादा नुकसान खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारीयों तथा कर्मचारियों ने पहुंचाया है। जो दुर्भाग्यपूर्ण व दुखद भी है।आज जहां अन्नदाता सरकारी कर्ज से लेकर महाजनी कर्ज का दंश झेल रहा है वहीं जिम्मेदार अधिकारी उनकी उपज का उचित मूल्य तक नही दे रहे हैं। उपरोक्त बात कहते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी तथा गिरीश पाण्डेय ने कहा कि योगी सरकार की मंशा के खिलाफ सोनभद्र मे किसानों के उपज की लूट किये जाने की जांच ईमानदारी से करा कर दोषियों को दंडित नही किया गया तो पूर्वांचल नव निर्माण मंच का प्रतिनिधिमंडल लखनऊ मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सोनभद्र मे हुए धान खरीद की जांच की मांग करेगा। “इसी क्रम में आज भी किसान धान लेकर दरबदर भटक रहा है सामाजिकन्यायमोर्चा के संस्थापक रामकृष्ण पाठक व कार्यवाहक अध्यक्ष ओमप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि धान खरीद कागजों पर किये जाने से किसानों के साथ साथ मजदूरों का भी शोषण आर्थिक रुप से किया गया है । यदि केन्द्रों पर भौतिक रुप से धान खरीद की गई होती तो सभी क्रय केंद्र पर मज़दूरों को पल्लेदारी करने का अवसर मिलता। नेता द्वय ने क्रय केंद्रों पर समुचित व्यवस्था तथा संचालन ( लेबर पेमेंट, बोरा खरीद , गोदाम भाड़ा, कर्मचारी तथा किसानो के लिए छाया, पानी अलाव आदि ) के लिए आवंटित लाखों रुपये के बंदरबांट का भी आरोप लगाया और कहा कि असंवेदनशील निर्वाचित जनप्रतिनिधीयो के कारण ही सोनभद्र के अधिकारी सोनभद्र के लोगों के अधिकारों का अपहरण करने मे सफल हो रहे हैं। जिसका दुष्परिणाम योगी जी की सरकार को आगामी चुनावों मे देखने को जरुर मिलेगा।