अहिरबुड़वा के परिषदीय विद्यालय का शौचालय और यूरिनल स्वच्छ्ता अभियान को मुंह चिढ़ा रहा।

समर जायसवाल –

सफाईकर्मी कागजों पर उपस्थिति बना कर रहे वेतन का आहरण।

म्योरपुर बीडीओ को सूचना देने के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई।

सगोबांध। तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत अहिरबुड़वा प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय में शौचालय व यूरिनल की स्थिति बद से बदतर है।विद्यालय परिसर में मौजूद यूरिनल और शौचालय खुले में शौच मुक्त अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है। मजबूरन बच्चे खुले में यूरिन का त्याग और शौच कर रहे है।जिससे भारत के के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपना कोरा साबित हो रहा है।विद्यालय के शौचालय व यूरिनल में गंदगी से अभिभावकों में रोष है।अभिभावकों का कहना है कि गाँव के सफाई कर्मी कागजों में हाजिरी लगाकर अपने वेतन का आहरण कर रहे है गांव में सफाई के नाम पर कुछ नही कर रहें।कहा कि बार बार उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराने के बाद भी स्थिति जस की तस है। ग्रामीण राजेश कुमार देहाती ने कहा कि गांव में दो दो सफाईकर्मियों की तैनाती है लेकिन उनकी उपस्थिति शून्य ही होती है जब भी कभी कभार मामला तूल पकड़ता है तो दिहाड़ी लेबर लगाकर सफाई का कार्य करा देते है।कहा कि पिछले कई वर्षों से यही रवैया है। गर्मीण श्यामदेव यादव,हरिनारायण यादव,सुरेश भारती, रामकेश, राकेश कुमार,जमुना यादव,बिहारी लाल यादव ने बताया कि इसकी सूचना म्योरपुर के बीडीओ को दी गयी है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नही लाई गई।ग्रामीणों ने ऐसे भ्रष्ट सफाईकर्मियों को यहां से सस्पेंड की कार्रवाई करने के साथ यहां से हटाये जाने का मांग किया है।कहा कि अगर उच्च अधिकारी मामले का संज्ञान नही लेते है तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे।

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