सोनभद्र। पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा द्वारा आज महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार नई दिल्ली को उप जिलाधिकारी सदर सोनभद्र के माध्यम से एक ज्ञापन पत्र सौंपकर सोनभद्र जनपद आदिवासी क्षेत्र होने के साथ-साथ वनो एवं पहाड़ों से आच्छादित है तथा बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश सीमा से जुड़ा हुआ है।
किंतु आज भी बुनियादी सुविधाओं जैसे यातायात, शिक्षा आदि के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है आजादी के इतने वर्षों बाद ही बदहाल है अतः पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा महामहिम से निम्नलिखित मांग करता है।
जनपद सोनभद्र के रावतगंज रेलवे स्टेशन पर उचित सभी संसाधनों की व्यवस्था करते हुए देश के मुख्य शहरों मुंबई ,कोलकाता चेन्नई हेतु ट्रेन चलाई जाए एवं एक केंद्रीय विश्वविद्यालय तथा ऐम्स स्थापित किया जाए एवं पूर्वांचल के 28 जनपदों को मिलाकर एक पृथक पूर्वांचल राज्य बनाया जाए और जनपद सोनभद्र में स्थापित केंद्रीय औद्योगिक इकाइयों में यहां के स्थानीय युवाओं को 70% नौकरी दिया जाए तथा देश के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से जनपद सोनभद्र यहां पर प्रदूषित करने वाले कल कारखानों की जांच कर कारवाई किया जाए करने की मांग किया गया ! ज्ञापन देने हेतु प्रतिनिधिमंडल में संगठन प्रमुख पवन कुमार सिंह एडवोकेट पंकज यादव एडवोकेट शिव प्रकाश चौबे जिलाअध्यक्ष कपिलमुनी मिश्रा काकू सिंह आशीष पाठक एडवोकेट राजकुमार सिंह एडवोकेट ईश्वर जायसवाल संतोष चतुर्वेदी विकास त्रिपाठी विमलेश कुमार त्रिपाठी आदि लोग उपस्थित थे !