चंदौली. गणतंत्र दिवस के ठीक पहले उत्तर प्रदेश के पीडीडीयू (मुगलसराय) रेलवे स्टेशन से 1 करोड़ 18 लाख रुपये कैश बरामद किये गए हैं। कैश के साथ एक अधेड़ को गिरफ्तार भी किया गया है, जिसके मुताबिक रुपयों की ये खेप वाराणसी से पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर ले जायी जा रही थी। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इसके तार हवाला कारोबार से जुड़े हो सकते हैं। कैश बरामदगी के बाद जीआरपी इसकी इनकम टैक्स को देकर तफ्तीश में जुट गयी है।
गणतंत्र दिवस के पूर्व हाई एलर्ट को देखते हुए इन दिनों पूरे पूर्वांचल में पुलिस से लेकर सभी सुरखा एजेंसियां सतर्क हैं। इसको देखते हुए मुगलसराय पीडीडीयू (मुगलसराय) रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम लगातार चेकिंग अभियान छेड़े हुए हैं। चेकिंग के दौरान ही जीआरपी को शुक्रवार की देर रात प्लेटफॉर्म नंबर दो पर एक अधेड़ व्यक्ति पर शक हुआ। पूछताछ में उसकी घबराहट देखकर जीआरपी का शक और गहराया।
उसके समान की चेकिंग करने पर ट्रॉली बैंग में भारी मात्रा में कैश मिला। उसे जीआरपी कोतवाली लाकर नोटों की गिनती करायी गयी तो कुल 1 करोड़ 18 लाख रुपये कैश निकले। इअसमें नए सिरीज के दो हजार, पांच सौ दो सौ और सौ व 50 रुपये के नोट हैं। 100 और 50 रुपये के पुराने नोटों की गड्डियां भी मिली हैं। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम चमन माहेश्वरी बताया। उसने बताया कि यह कैश उसे वाराणसी में रोहित जालान नाम के व्यक्ति ने दिया, जिसे पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मोनू दास को देना था।
चमन माहेश्वरी के पास बरामद रुपयों के कोई दस्तावेज नहीं थे। जीआरपी और आरपीएफ को शक है कि इसके तार हवाला कारोबार से जुड़े हो सकते हैं। जीआरपी इंस्पेक्टर डीडीयू ने बरामद रुपयों की जानकारी इनकम टैक्स को दे दी गयी। उनका कहना था कि टीम के आने के बाद रुपये उन्हें सांप दिये जाएंगे। उधर पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर जीआरपी और आरपीएफ मामले की तहकीकात में जुट गयी है।