– सीएए का सबसे अधिक फायदा दलित जातियों को मिलेगा। क्योंकि पाकिस्तान और बांगलादेश से आए सबसे अधिक शर्णार्थी दलित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीएए का विरोध करने वाले दलित और आंबेडकर के विरोधी हैः डॉ. निर्मल
लखनऊ 17 जनवरी। राजभवन में आज लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से उत्तर प्रदेश सरकार में अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने मुलाकात की। इस दौरान डॉ. निर्मल ने डॉ. आंबेडकर द्वारा लिखित पुस्तक “पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन’’ भेंट की। इस पुस्तक में डॉ. आंबेडकर ने लिखा है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की समस्या बनी रहेगी और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए संविधान में उपाय किए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी लिखा है कि जाति अथवा धार्मिक आधार पर उत्पीड़ित लोगों के लिए योजनाएं बनाई जानी चाहिए और इससे बचने का तरीका इजाद किया जाना चाहिए। वर्तमान में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन कानून बाबा साहेब के विचारों का ही प्रतिफल है।
डॉ निर्मल ने कहा है कि बाबा साहेब आंबेडकर की ये पुस्तक आज भी प्रासंगिक है। बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर विभाजन के समय पाकिस्तान में दलितों और अनुसूचित जातियों के जबरन रोके जाने के सख्त खिलाफ थे और इस मुद्दे पर उन्होंने ऐतराज भी किया था। किंतु उन्हें अनसुना कर दिया गया। इसका नतीजा ये निकला की लाखों की तुलना में अनुसूचित जातियों को ये कह कर पाकिस्तान में रोक लिया गया कि ये भारत चले जाएंगे तो सफाई और मजदूरी जैसा क्या कार्य कौन करेगा।
डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा है कि सीएए का सबसे अधिक फायदा दलित जातियों को मिलेगा। क्योंकि पाकिस्तान और बांगलादेश से आए सबसे अधिक शरणार्थी दलित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीएए का विरोध करने वाले दलित और आंबेडकर के विरोधी हैं। डॉ. निर्मल ने यह भी कहा है कि एक दलित नेता द्वारा जामा मस्जिद के परिसर में प्रदर्शन के दौरान कुछ दलित युवकों द्वारा डॉ. आंबेडकर की तस्वीर का उपयोग नहीं करना चाहिए था। उन्हें इसके पहले डॉ. आंबेडकर के विचारों को पढ़ना चाहिए था। उन्हें यह भी पढ़ना चाहिए कि बाबा साहेब धार्मिक आधार पर देश के विभाजन के क्यों खिलाफ थे। धारा 370 को उन्होंने क्यों ड्राफ्ट नहीं किया था। डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर महासभा में स्थापित बाबा साहेब के अस्थिकलश के दर्शन के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को आमंत्रित भी किया है।