धर्म डेक्स। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से नारी के भाग्यशाली होने के लक्षण…..

नारी को देवी व शक्ती का सवरूप माना जाता है कोई भी पूजा पाठ , हवन क्रिया, व तांत्रिक क्रिया, भैरवी क्रिया, शमशान क्रिया, और दस विधा की सिद्दी भी स्त्री के बिना पूरन नही हौती . आप भी ईस प्रकार स्त्री के चरित्र का पता आप भी लगा सकते है…
1- नारी के होंठ और जिह्वा का उसके जीवन में बड़ा महत्व है। जिस स्त्री के होंठ गुलाबी हो, जीभ लाल हो और वाणी में मधुरता हो। वह स्त्री स्वंय के साथ-साथ अपने परिवार के सुख का कारण होती है।
2- जिन महिलाओं की नाभि गहरी और अन्दर से उठी हुई न हो। नाभि पर तिल व मस्सा हो। उनका जीवन सुखमय व्यतीत होता है। ऐसी महिलायें महत्वाकांक्षी होती हैं। जो अपने दम पर मुकाम हासिल करने की कोशिश करती है।
3- यदि किसी स्त्री की नाभि समतल व सामान्य अवस्था में हो, वह स्त्री बुद्धिमान, सौभाग्यशाली, परिश्रमी, एंव धनवान मानी जाती है। ऐसी स्त्रियों का परिवारिक व सामाजिक जीवन सुखमय व्यतीत होता है। इनके पुत्र भी काफी आज्ञाकाताराहोते है।
4- जिन महिलाओं की आंखें हिरणी के समान हों। आंखों के सफेद भाग के अन्त में लालिमा हो। वह बेहद शालीन और मृदुव्यवहार वाली होती हैं। उनकी शालीनता व सज्जनता से सभी उनके प्रशंसक होते है। इनके जीवन में सुख व समृद्धि बनी रहती है।
5-महिलाओं के पैरों में कमल, चक्र व शंख का चिन्ह उन्हे परम भाग्यशाली बनाता है। ऐसे स्त्रियां या तो स्वयं उच्चाधिकारी होती है या फिर किसी उच्चाधिकारी, व्यापारी या राजनेता की पत्नी होकर सुख भोगती है।
6- ऐसी महिलायें जिनका पैर वर्गाकार हो, अंगूठा सुगठित हो और पैरों की एडियॉ सर्पाकार हो तो वे स्त्रियां धनदायक व परिवार की सेवा करने वाली होती है।
7- जिन स्त्रियों के पैर का अंगूठा उठा हुआ, गोल, मॉसल और लालिमा लिये हो तो वे महिलायें काफी भाग्याशाली होती है। ऐसी स्त्रियों हमेशा भौतिक सुखों का भोग करके एक बेहतरीन जीवन जीती है।
8- जिस महिला के हंसते समय गालों में गडढे या डिम्पल पड़ते हो, वह स्त्री तेज-तर्रार, विवेकवान होती है। वह अपनी बुद्धि व क्रिया-कलापों से सबके दिल में जल्द ही अपना स्थान बना लेती है।
9- जिस नारी के दाहिने गाल पर काला तिल हो, वह स्त्री धनवान, वैभवशाली, एंव चरित्रवान होती है। ऐसी स्त्रियॉ अपनी आवश्यकताओं को नियन्त्रण में रखने वाली होती है। इन्हे भौतिक जगत की तमाम वस्तुओं का सुख भी प्राप्त होता है।
10- जिस नारी की नाक के अग्र भाग में तिल हो, नाक की बनावट सुन्दर हो और सूंघने की क्षमता अधिक हो। वह महिलायें अपने गुणों के कारण पूजी जाती हैं। उनका जीवन ऐशो-आराम में व्यतीत होता है। …
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