रामजियावन गुप्ता/बीजपुर (सोनभद्र) उच्च न्यायालय एवम प्रदेश सरकार के आदेश पर यूपी के नदियों से बैध बालू खनन पर रोक लगा हुआ है।हलाकि लोकल सप्लाई के लिए अबैध बालू खनन का धंधा क्षेत्र में चोरी छिपे नदी नालों से अनवरत जारी है । लेकिन मंडियों सहित प्रदेश के बिभिन्न जनपदों में बालू की किल्लत को दूर करने के लिए नए साल 2020 से बीजपुर के रास्ते मध्यप्रदेश के बैढन से बालू लोड़ करने के लिए इस समय ट्रकों का रेला उमड़ पड़ा है। रात दिन सैकड़ो ट्रक के संचालन से एमपी सरकार को भले ही राजस्व वृद्धि हुई हो लेकिन यूपी सरकार के सड़क की हालत दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है। बताया जाता है कि ट्रक चालक निर्धारित सीमा से अधिक 40 से 45 टन ओवर लोड़ बालू लाद कर सड़क पर दौड़ रहे हैं जिसके कारण गढ्ढा युक्त रेनुकोट – बीजपुर मार्ग को विगत माह ही मरम्मत कर के बनाया गया है वह फिर से जगह जगह गढ्ढे में तब्दील होती जा रही है। आलम यह है कि सड़क में पड़ने वाले दर्जनों पुल और पुलिया जर्जर हो गए हैं ।
पुनर्वास बस्ती से हो कर गुजरने वाली सड़क से फर्राटा भर रही ओवर लोड़ ट्रकों के पहिए की धमक से बस्ती के तमाम घरों में दरार पड़ने लगी है लोगों ने इस रास्ते लगभग 300 की संख्या में ट्रंको के संचालन पर रोक की कई बार माँग भी की लेकिन प्रशासन कान में तेल डाले पड़ा है। इसबाबत पुनर्वास बस्ती के कन्हैया यादव, नीरज , लालता, सुदर्शन, रामसेवक , अर्जुन, माता चंद सहित अनेक ने बताया कि सिरसोती से नकटू तिराहे तक 07 किलो मीटर का बाईपास सड़क बस्ती के लोगो के हित को ध्यान देते हुए एनटीपीसी प्रबंधन ने बनवाया है यह सड़क आम सड़क नही है। जरूरत पड़ेगी तो ग्रामीण पुनः चक्का जाम और आंदोलन करेंगे तथा बालू संचालन बन्द कराने का वीणा ग्रामीण स्वयं उठाएंगे।