रामजियावन गुप्ता/बीजपुर (सोनभद्र) एमपी से ओवर लोड़ बालू के सैकड़ो ट्रकों का संचालन फिर शुरू होगया है। इस बीच अधिक चक्कर लगाने के चक्कर में बेतहासा भागम भाग ट्रक चालक आये दिन हादसे को अंजाम दे रहे हैं। वहीं अभी हाल में मरम्मत हुई रेनुकूट बीजपुर मार्ग का फिर से जगह जगह टूटना भी शुरू हो गया है।गौरतलब हो कि शनिवार की रात बालू लेकर बैढन से सोनभद्र की ओर जा रही एक चौदह चक्का ट्रक जरहा के अजीर नदी में छलांग लगा कर पलट गई गनीमत रही कि ट्रक के अंदर चालक सहित तीन लोग सवार थे जो बाल बाल बच गए वर्ना बड़ा हादसा नए वर्ष के शुरुआत में ही हो जाता। ज्ञातब्य हो कि पिछले वर्ष 2018- 2019 में भी ओवर लोड़ बालू ट्रकों के संचालन से बीजपुर से रेनुकूट तक लगभग 02 दर्जन लोगों की दुर्घटना में मौत हो चुकी है तो लगभग 03 दर्जन बेजुबान पशु काल के गाल में समा चुके हैं। ओवर लोड़ बालू संचालन से जहां आए दिन छोटी छोटी चढ़ाई पर जाम लगता रहता है वहीं आये दिन बीजपुर सिरसोती के नकटू बाईपास रोड़ में जाम से आवागमन प्रभावित होता रहता है।जाम के कारण एम्बुलेंस , स्कूल के बच्चों की बैन, निजी बाहन , बस आदि जाम में फंस कर जलालत झेलने को मजबूर होते रहते हैं। ओवर लोड़ बालू ट्रक संचालन से सड़क किनारे आवाद बस्ती के लोग जहां भयभीत रहते हैं वहीं आम लोगो के रोजमर्रा की जिंदगी गर्दखोर हो गयी है जो तरह तरह की बीमारी को जन्म दे रहा है। बैढन से बीजपुर के रास्ते लगभग 300 ओवर लोड़ ट्रकों के रात दिन संचालन से ध्वनि प्रदूषण बढ़ गया है। पहिए से उड़ने वाली धूल ने लोगो की जिंदगी को गर्दखोर बना दिया है जो तरह तरह की बीमारी को जन्म दे रहा है तो कान फाडू प्रेशर हार्न से लोगो की नींद तक हराम हो गयी है। ओवर लोड़ ट्रक संचालन बन्द कराने को लेकर पिछले वर्ष विधायक सहित जिला पंचायत सदस्य और सैकड़ो ग्रामीण धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं लेकिन वन बिभाग और पुलिस के नाम पर प्रति दिन लाखो की अबैध वसूली ने आम जन मानस की समस्याओं को दरकिनार कर खुद का उल्लू सीधा करने में लोग लगे हुए है जब की उच्च न्यायालय और सरकार के आदेश हैं कि प्रदेश में ओवर लोड़ ट्रक संचालन पर रोक है बावजूद किसके निर्देश पर यह गोरखधंधा संचालित हो रहा है कोई बताने वाला नही है।