राष्ट्र की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षा ही भविष्य की आत्म निर्भरता है – जी सी चौकसे

(रामजियावन गुप्ता)

—- डी ए वी रिहंद में शिक्षकों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला ….

बीजपुर(सोनभद्र) डी ए वी पब्लिक स्कूल रिहंद नगर में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और
उनके शैक्षिक उन्नयन हेतु वाणिज्य, कम्प्य़ूटर साइंस और शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों के लिए परियोजना कर्मचारी कल्याण विकास केंद्र के
सभागार में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित महाप्रबंधक जी सी चौकसे, विशिष्ट अतिथि अपर महाप्रबंधक
के एस मूर्ति ने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। प्रशिक्षार्थी शिक्षकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि चौकसे ने कहा कि राष्ट्र की आकांक्षाओं और आवश्यकताओं के अनुरूप शिक्षण ही भविष्य की आत्मनिर्भरता है। डी ए वी रिहंद इस दिशा में निरंतर सराहनीय कार्य

कर रहा है। विशिष्ट अतिथि अपर महाप्रबंधक
मूर्ति ने कहा कि डी ए वी द्वारा आयोजित
ऐसी कार्यशालाएं निश्चित तौर पर कल के भारत को
कार्य कुशल कर्मी , अधिकारी और प्रबंधक प्रदान कर सकेंगी जिससे हमारी राष्ट्रीय आकांक्षाओं
की सम्पूर्ति होगी। प्रधानाचार्य राजकुमार ने अतिथियों का स्वागत करने के बाद डी ए वी के केंद्रीय प्रबंधन
के दिशा निर्देशन में आयोजित कार्यशाला के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा एन टी पी सी प्रबंधन के स्नेहिल सहयोग के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

विद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. दिनेश दिनकर ने बताया कि इस कार्यशाला में डी ए वी उत्तर प्रदेश परिक्षेत्र (द) के सभी विद्यालयों के कुल 32 प्रशिक्षकों ने अपने विषय संसाधकों के साथ विचार – विमर्श किया और आगामी शिक्षण योजनाओं की दिशा सुनिश्चित की। विषय संसाधक वीर अभिमन्यु, एस एन बराल, आर डी प्रसाद, एम के पांडेय , एस एन चक्रवर्ती, संतोष कुमार ने कक्षा शिक्षण की प्रविधियों से प्रशिक्षार्थियों को लाभान्वित किया। इस कार्यशाला की सकुशल संपन्नता में
वरिष्ठ प्रबंधक रितेश भारद्वाज एवम् इ डी पी
प्रभारी रवीन्द्र सिंह, सोम नाथ चक्रवर्ती का
महत्वपूर्ण योगदान रहा। समापन शांति पाठ से हुआ।

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