पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट का टेंडर हुआ फाइनल, प्रोजेक्ट पूरा होते ही बदल जायेगी बनारस की तस्वीर
वाराणसी. पीएम नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट उनके संसदीय क्षेत्र में जल्द पूरा हो जायेगा। काशी विश्वनाथ धाम का टेंडर फाइनल हो चुका है और बाबा काशी विश्वनाथ के क्षेत्र के नया रुप देने की जिम्मेदारी पीएसपी प्रोजेक्ट्स को मिल गयी है। काशी विश्वनाथ धाम बनाने के लिए पीएसपी ने 339 करोड़ व शापूर्जी ने 423 करोड़ रुपया का ब्यौरा दिया था कम कीमत देने के कारण पीएसपी को बनारस का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट मिल गया है।
काशी विश्वनाथ धाम के लिए कार्यदायी संस्था का चयन हो जाने के बाद निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। नये साल से कंपनी को काम शुरू कर देना है। कार्यदायी संस्था को 18 माह में पूरा प्रोजेक्ट पूरा करना होगा। काशी विश्वनाथ धाम का चार चरण में निर्माण किया जायेगा। एक चरण का काम पूरा हो जाने के बाद ही कार्यदायी संस्था को पैसा जारी किया जायेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने पहले ही इस प्रोजेक्ट के लिए पहले ही 300 करोड़ से अधिक का बजट जारी किया हुआ है। एजेंसी का चयन हो जाने के बाद से निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
5.30 लाख वर्गफुट में बनेगा बाबा का धाम, 70 फीसदी हिस्सा हरियाली से भरा होगा
काशी विश्वनाथ धाम का 5.30 लाख वर्गफुट में निर्माण होगा। बनारस के बहुत पहले हरियाली के कारण आनंद कानंद भी कहा जाता था और कॉरीडोर में रुद्र वन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। निर्माण क्षेत्र के ७० प्रतिशत हिस्से में हरियाली होगी। गंगा स्नान कर भक्त सीधे काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर दर्शन कर सकेंगे। साथ ही गंगा घाट से ही काशी विश्वनाथ मंदिर दिखेगा। प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने के बाद शिव की नगरी काशी की तस्वीर बदल जायेगी। दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा के साथ बाबा से जुड़ी अधिक से अधिक जानकारी मिल पायेगी।