मां की याद में 10 दिन से भूखी चंपक के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना सभा

-चंपक के अलावा भी दो अन्य बच्चों के अभिभावकों की रिहाई की मांग उठी
-जेल में बंद जिन छात्रों की छूटी है परीक्षा उनके लिए की प्रार्थना
-शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे आंदोलनकरियों पर अपराधिक मुकदमें लादकर जेल भेजने वालों की सद्बबुद्धि के लिए प्रार्थना
-बनारस एवं देश में अमन चैन के साथ भाईचारा कायम रखने को ईश्वर से कामना

वाराणसी।सीएए के विरोध में गत 19 दिसंबर को शांतिपूर्ण आंदोलन करने के दौरान गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ताओं के बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए वाराणसी में शनिवार से प्रार्थऩा सभा का दौर शुरू हुआ। इस दौरान लोगों ने कहा कि यह प्रार्थना सभा सभी कार्यकर्ताओं की रिहाई तक जारी रहेगा। बता दें कि 19 दिसंबर को सीएए का विरोध करने वाले 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले दंपति एकता व रवि शेखर की 15 माह की बेटी चंपक का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है। वह लगातार 10 दिन से मां-पापा के गम में व्याकुल है। मां की याद में वह कुछ खा भी नहीं रह है। ऐसे में उसका स्वास्थ्य दिन-ब-दिन गिर रहा है।

चंपक के अलावा दो अन्य मासूम भी है जिन्हें अपने पिता का इंतजार है। इसमें आईआईटी बीएचयू के छात्र दिवाकर जिनका एक माह का बेटा और पत्नी जो अभी विगत 10 दिन तक आईसीयू में रह कर आई है तथा मो.अकबर जिनका 10 दिन का बेटा है। इन सभी के लिए भी ईश्वर से अच्छी सेहत की कामना की गई।

बनारस के विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से शिवाजीनगर महमूरगंज स्थित एकता रवि शेखर के आवास पर हुई सर्वधर्म सद्भावना प्रार्थना सभा में जुटे लोगों ने कहा कि जेल में बंद समाजिक कार्यकर्ताओं के बच्चों की देखभाल में नहीं हो पा रही है, ऐसे में हम सभी उनके माता-पिता की रिहाई के लिए प्रार्थना करने जुटे हैं।

इस मौक पर इन बच्चों की परविश एवं देख भाल के लिए सामाजिक संगठनों ने बच्चों की टोलियां बनाईं जो बच्ची के साथ खेलते कूदते हुए उनको क्रिएटिव रूप से कंपनी देंगे जिससे अबोध बच्ची के दिमाग से माता पिता की चिन्ता से रिहाई तक मुक्ति मिल सके।

लोगों ने कहा कि जेल में बंद10 लोगों की उम्र 70 पार हैं जिनकी अधिकांशतः बुजुर्ग पत्नियां अस्वस्थ हैं। वो पति के जेल जाने के बाद मांसिक रूप से विचलित हो गई हैं। उनकी देखभाल एवं सम्बल की खातिर सामाजिक संगठनों ने योजनाबद्ध तरीके से सहायता की योजना भी तैयार की।

प्रार्थना सभा में 1977 इमरजेन्सी के अन्दोलन में जेल काटे लोकतंत्र सेनानी रामदुलार पांडेय , सामाजिक कार्यकर्ता अनूप श्रमिक, संजीव सिंह, एसपी राय, धनंजय त्रिपाठी, सतीश सिंह सहित बीएचयू के वो 19 छात्र जिनकी परीक्षा छूट गई है, उन सब के लिए भी प्रार्थना की गई।

प्रार्थना सभा के बाद संविधान की मूल प्रस्तावना का पाठ कर संकल्प लिया गया तथा फादर आनन्द एवम प्रेरणा कला मंच के कलाकारों ने राष्ट्र गीत गाया। प्रार्थना सभा के आयोजन में प्रमुख रूप से विनय शंकर राय “मुन्ना”, मुकेश, सन्दीप, अभय, शशांक, गोविंदा, सुजीत, अजय, रजत, प्रियेश, शांतनु , मुरारी, अतुल, वेदान्त, मानस, नसी , अपूर्व, कौस्तुभ, आकांक्ष, ओंकार, आदि ने प्रतिभाग किया। सभी धर्मों के पवित्र पुस्तको से पाठ किया गया। अंत मे बच्चो ने केक, चिप्स , खाया चंपक के साथ खेल खेले। प्रार्थना सभा का आयोजन प्रबोधिनी फाउण्डेशन की उपाध्यक्ष श्वेता राय ने किया। संचालन साझा संस्कृति मंच की जागृति राही ने किया जबकि फादर आनन्द ने आभार जताया।

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