लिलासी में जंगल की जमीन के बाद अब बाजार में भी अवैध वसूली चालू

म्योरपुर थाना क्षेत्र के लिलासी गांव का पुराना मामला

म्योरपुर थानाध्यक्ष तक को घायल क चुकी है ये क्षेत्रीय संगठन

विरोध में खुल कर सामने आने से डर रही है लिलासी की जनता

आदिवासी और वनवासी होने का उठा रहे है पूरा फायदा, कानून को भी हाथ मे लेने से पीछे नही हट रही है महिला मण्डली

सेव ट्री , सेव रिसोर्स के नाम का आई डी कार्ड गले में डाल कुछ भी कर गुजर रही है यह मतान्ध समुदाय

प्रशासन मौन , आम जनता परेशान,समय पर उचित कार्यवाही न हुई तो काफी बड़ा हो सकता है मामला

लीलासी-आशीष गुप्ता/पंकज सिंह@sncurjanchal

म्योरपुर विकासखण्ड के लिलासी गांव में सालों से वन भूमि चर्चा का विषय बना हुआ है। बताते चले कि इस मामले के शुरुआत में ही म्योरपुर के पूर्व दरोगा समेत उनकी टीम पर लिलासी के ही आदिवासी पुरुष और महिलाओं के जत्थे ने हल्ला बोल किया था

जिसमें दरोगा और कुछ सिपाही बुरी तरह घायल हुए थे। वक्त के साथ आज दौर ऐसा आ गया है, कि लिलासी वनभूमि के मामले ने आदिवासियों के अंदर एक अलग क्रांति की भावना को उत्पन्न कर दिया है। नौबत यहाँ तक आ पहुँची है,कि इनका समूह सम्पूर्ण जंगल मे वन, झाड़ियों और पेड़ो की सफाई अभियान को अंजाम को दे रहा है।

लिलासी में स्थापित राजा चन्डोल इंटर कॉलेज के पश्चिम दिशा के सामने की जमीन को भी इन आदिवासियों के समुदाय ने जोत-कोड़ डाला।

बड़ी बात
लिलासी में साप्ताहिक बाजार शुक्रवार को लगता है जिसमें किसी भी प्रकार का कर या चौधराना नही वसूला जाता। परन्तु 20 दिसम्बर को लगे साप्ताहिक बाजार में इन्ही आदिवासी महिला विशेष संगठन द्वारा 10 रुपये प्रति दुकानदार अवैध वसूली की गई। इसके साथ-साथ बाजार में जिसने भी मना किया उसे अगले सप्ताह से दुकान न लगाने की धमकी भी दी गई।

आदिवासी महिलाओं को आगे कर पीछे से कई आदिवासी नेता और संगठन इस तरह का अराजक माहौल लिलासी में उत्प्न्न पिछले कई महीनों से किये हुए हैं। हालात यहाँ तक बन गए है कि लोग अपना नाम तक किसी भी खबर में लगवाने से डर रहे हैं।

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