भुक्कू पहड़ी के भूगर्भ में ग्रेनाइड की संभावना तलास रहे है भू वैज्ञानिक

लखनऊ की भूगर्भ वैज्ञानिकों की टीम तीन महीना से कर रहे है

पहाड़ियों में खनिज सम्पदा की खोज में आसमा में हेलीकॉप्टर और जमी पर खुदाई में लगे है वैज्ञानिक

म्योरपुर सोनभद्र (विकास अग्रहरी/पंकज सिंह)

भुक्कू पहड़ी पर ग्रेनाइड मिलने के संकेत पर लिए जा रहे है सेम्पल

जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया लखनऊ की टीम ने डाला है डेरा

खनिज और वन संपदा एवं औषधीय जड़ी बूटियों के लिए पहचान रखने वाले दाक्षिणांचल में यूरेनियम की संभावना के बाद अब ग्रेनाइड मिलने की संभावना को लेकर जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने म्योरपुर ब्लॉक मुख्यालय से 5 किमी दूर लीलासी मार्ग से सटे भुक्कू पहड़ी पर खुदाई कर यह जानने का प्रयास कर रही है कि यहां किंतने मात्रा में ग्रेनाइड उपलब्ध है। भू गर्भ वैज्ञानिक सूत्रों की माने तो 600 मीटर परिक्षेत्र वाले इस पहाड़ी पर ग्रेनाइड के पत्थर तो है लेकिन इसकी मात्रा कितनी है।।।।इसकी जानकारी के लिए पहड़ी के कई जगहों पर खुदाई कर सेम्पल ले रहे है इसके बाद पत्थरो को लखनऊ प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा।माना जा रहा है कि कुदरी पहाड़ी में यूरेनियम मिलने के संकेत के बाद भुक्कू पहड़ी पर ग्रेनाइड मिलने से यहां

वैज्ञानिकों को और खनिज संपदा की तलाश करना आसान होगा। बताते चले कि परमाणु ऊर्जा विभाग की टीम हेलीकाप्टर से एरो मैगनेटिक के जरिये युरेनियम की तलाश करने में लगा है।और यहां 30 अप्रैल तक परमाणु ऊर्जा विभाग युरेनियन की तलाश करेगा ।कुदरी में इसके मिलने की संभावना जतायी गयी है। बीएचयू के भूवैज्ञानिक डॉ वैभव श्रीवास्तव का कहना है कि मुझे यह नही मालूम कि सोनभद्र में कौन कौन टीमें खनिज संपदा की तलाश कर रही है ।पर प्रदेश में खाश कर दाक्षिणांचल में देश मे पाये जाने वाले खनिज संपदा का 2 फीसदी संपदा यहां है। फुक्कू पहड़ी पर खुदाई के साइड इंचार्ज जे नाथ ने बताया कि खुदाई का जहां जहां आदेश वैज्ञानिकों ने दिया है हम वहां खुदाई कर रहे है क्या मिला कितनी मात्रा है यह वैज्ञानिक ही बता पाएंगे।

फ़ोटो म्योरपुर ब्लॉक के भुक्कू पहड़ी पर ग्रेनाइड की खोज के लिए खुदाई करते जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम

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