म्योरपुर ब्लॉक के मकरा में झोला छाप के इलाज से तीन की मौत

सी एम ओ ने दिया जांच का आदेश
म्योरपुर सोनभद्र(विकासअग्रहरी/पंकज सिंह)

रिहंद बांध के तटवर्ती गांव मकरा में एक ही दिन 3 मौत से हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों का कहना है कि हल्का बुखार आने के बाद मरीज की तबीयत ज्यादा बिगड़ जा रही है और उनकी मौत हो जा रही है। म्योरपुर ब्लॉक के मकरा गांव में बीते 24 घंटे के दौरान तीन मौत होने से हड़कंप मच गया है, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राम भगत यादव ने बताया कि गांव के राजमन उम्र 5 वर्ष पुत्र जदबीर बैगा, विद्यावती उम्र 46 वर्ष पत्नी अरविंद सिंह व उर्मिला 21 वर्ष पत्नी रामाशीष की मृत्यु हो गई है, जिससे गांव के लोगों में मौतों को लेकर खौफ की स्थिति पैदा हो गई है। राम भगत यादव ने बताया कि तीनों मौतें हल्का बुखार और दर्द के बाद हुई हैं, प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि 5 वर्ष के बालक राजमन को बुखार हुआ था उसको परिजनों ने गांव में ही दवा दिलाई थी जिसके बाद उसकी मौत हो गई। विद्यावती की मौत वाराणसी में हुई, विद्यावती को हल्का बुखार होने के बाद परिजनों ने गांव में ही दवा दिलाई थी तबीयत खराब होने पर हिंडालको अस्पताल ले गए जहां से चिकित्सकों ने वाराणसी रेफर किया था मगर विद्यावती को बचाया नहीं जा सका। इसी तरह उर्मिला के पेट में बच्चा मर गया था जिसे कुछ दिनों पूर्व वाराणसी से लाया गया था हल्का बुखार होने के बाद उसे फिर से परिजन वाराणसी लेकर जा रहे थे मगर उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। तीन मौतें होने से गांव में शोक का माहौल है प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि गांव में मौजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुलता है वहां मौजूद फार्मासिस्ट अजय सिंह व अन्य कर्मचारी भी समय से आते हैं। फार्मासिस्ट का कहना है कि जो भी ग्रामीण दवा लेने आते हैं उन्हें दवाइयां दी जाती हैं और उनका इलाज भी किया जाता है। मगर ग्रामीणों के अस्पताल तक न आने के कारण ही इस तरह की घटनाएं होती हैं।

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