स्वास्थ्य डेस्क । जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से गुड़हल का फूल के औषधीय फायदे…..
गुड़हल से होने वाले फ़ायदे जैसे कोलेस्टेरॉल और ब्लड प्रेशर से लेकर मधुमेह या डायबिटीज, किडनी और डिप्रेसन, दिल और दिमाग को शक्ति, मुंह में छाले, बालों की जड़ें मजबूत, सर्दी और खांसी, बालों के झड़ने, बालों की ग्रोथ और शाइनिंग बालों के लिए, बुखार व प्रदर, सूजन, खुजली और जलन, पिंपल्स और मुहांसों, एनीमिया की समस्या और स्टेमिना बढ़ाए और पाचन शक्ति तक है, जो आयुर्वेद में प्रकृति का वरदान है।
भारत में गुडहल का पौधा सर्वत्र मिल जाता है लेकिन जब तक इसके उपयोग की जानकारी से अनजान है तब तक ये एक फूल का पौधा समझ कर ही लोग इसका उपयोग करते है गुड़हल (Hibiscus) का फूल दिखने में जितना सुंदर होता है ये उतना ही फायदों से भरपूर भी होता है आयुर्वेद के अनुसार इसके फूल बहुत उपयोगी होते है।
गुड़हल सामान्यत: दो प्रकार के है सफ़ेद गुडहल की जड़ो को पीस कर कई दवाओं का निर्माण होता है कई प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने और यहां तक कि ब्यूटी ट्रीटमेंट में गुड़हल के फूल का उपयोग किया जाता है।
स्ट्रेस और पॉल्यूशन के कारण कम उम्र में बालों के झड़ने की समस्या से परेशान हों या मुहांसे और पिंपल्स की समस्या हो यह दोनों में ही कारगर है। आइए जानते हैं किस तरह से गुड़हल के फूल का इस्तेमाल किया जा सकता है। आइए जानते है इसके बारे में…
गुड़हल के फायदे……
कोलेस्टेरॉल और ब्लड प्रेशर : गुडहल की पत्ती से बनी चाय एलडीएल कोलेस्टेरॉल को कम करने में काफी प्रभावी है इसमें पाए जाने वाले तत्व अर्टरी में प्लैक को जमने से रोकते हैं जिससे कोलेस्टेरॉल का स्तर कम होता है। गुड़हल के फूलों में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल कम करने के साथ ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। इसके लिए इसके फूलों को गरम पानी में उबालकर पीना फायदेमंद होता है।
डायबिटीज : मधुमेह या डायबिटीज के लिए नियमित आप इसकी 20 से 25 पत्तियों का सेवन शुरू कर दे ये आपकी डाइबिटीज का शर्तिया इलाज है -इसका पौधा नर्सरी से आसानी से मिल जाता है और इसे आप घर में लगा सकते है।
किडनी और डिप्रेसन : अगर आपको किडनी की समस्या है तो आप गुडहल की पत्ती से बनी चाय का सेवन करे इसी चाय का लाभ डिप्रेसन के लिए भी होता है।
दिल और दिमाग को शक्ति : गुड़हल का शर्बत दिल और दिमाग को शक्ति प्रदान करता है तथा ये आपकी मेमोरी पावर को बढ़ाता है जो लोग बढ़ते उम्र के साथ मेमोरी लॉस होने की समस्या से परेशान है और जब कम उम्र में याददाश्त कमजोर होने लगे तो गुड़हल इस समस्या को दूर करने में भी बहुत ही कारगर है गुड़हल की 10 पत्तियां और 10 फूल लें फिर इन्हें सुखाकर और पीसकर उसका पाउडर बना लें और किसी एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रखें दिन में दो बार दूध के साथ इस पाउडर को लेना से आपकी मेमोरी पावर में काफी इजाफा होता है।
मुंह में छाले : अगर मुंह में छाले हो गए है तो आप गुडहल के पत्ते चबाये आराम हो जाएगा।
बालों की जड़ें मजबूत : मैथीदाना, गुड़हल और बेर की पत्तियां पीसकर पेस्ट बना लें आप इसे 15 मिनट तक बालों में लगाएं इससे आपके बालों की जड़ें मजबूत और स्वस्थ होंगे।
सर्दी और खांसी : गुडहल में अधिक मात्रा में विटामिन सी होता है जब चाय या अन्य रूपों में इसका सेवन किया जाता है तो यह सर्दी और खांसी के लिए काफी फायदेमंद होता है इससे आपको सर्दी से जल्द राहत मिलेगी।
बालों के झड़ने, बालों की ग्रोथ और शाइनिंग बालों के लिए : बालों के झड़ने की समस्या से लगभग हर कोई परेशान है गुड़हल के फूल इस समस्या को दूर करने में बहुत ही कारगर हैं ये न सिर्फ बालों का झड़ना रोकते हैं बल्कि इसके इस्तेमाल से एक अलग ही शाइनिंग बालों में नजर आने लगती है-गुड़हल की 6-8 पत्तियों को लेकर अच्छे से पीस लें इसे सिर और स्केल्प में अच्छे से लगाएं 3 घंटे रखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें ये स्केल्प को पोषण देने के साथ ही बालों की ग्रोथ में भी बहुत ही फायदेमंद होता है।
बुखार व प्रदर : ये बुखार व प्रदर में भी लाभकारी होता है यह शर्बत बनाने के लिए गुड़हल के सौ फूल लेकर कांच के पात्र में डालकर इसमें 20 नीबू का रस डालें व ढक दें। रात भर बंद रखने के बाद सुबह इसे हाथ से मसलकर कपड़े से इस रस को छान लें। इसमें 80 ग्राम मिश्री+20 ग्राम गुले गाजबान का अर्क+20 ग्राम अनार का रस+ 20 ग्राम संतरे का रस मिलाकर मंद आंच पर पका लें।
सूजन, खुजली और जलन : गुड़हल का फूल सूजन के साथ ही खुजली और जलन जैसी समस्याओं से भी आपको राहत दिलाता है। गुड़हल के फूल की पत्तियों को मिक्सी में अच्छे से पीस लें तथा सूजन और जलन वाले हिस्से पर लगाएं कुछ ही मिनटों में समस्या दूर हो जाएगी।
पिंपल्स और मुहांसों : अगर आप पिंपल्स और मुहांसों की समस्या से परेशान हैं तो गुड़हल की पत्तियों को पानी के साथ उबालकर अच्छे से पीस लें और इसमें शहद मिलाकर पिंपल्स पर लगाएं।
एनीमिया की समस्या और स्टेमिना बढ़ाए : महिलाओं को अक्सर आयरन की कमी से एनीमिया की समस्या हो जाती है लेकिन बहुत ही कम लोग इस बात को जानते होंगे कि गुड़हल के फूल से भी एनीमिया का इलाज संभव है आप 40-50 गुड़हल की कलियों को सुखा कर फिर अच्छे से पीसकर उन्हें किसी एयर टाइट डिब्बे में बंद कर दें और रोजाना सुबह-शाम एक कप दूध के साथ यह पाउडर लें सिर्फ एक महीने में ही एनीमिया की समस्या दूर हो जाएगी और इससे स्टेमिना भी बढ़ता है।
पाचन शक्ति : लार में वृद्धि और पाचन शक्ति को बनाने और मुँह के छालों के लिए गुड़हल की 3-4 पत्तियो को चबाना चाहिए। आपको लाभ होगा।