काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट की पहलः वैदिक मंत्रोच्चार और शहनाई धुन के बीच 25 जोड़े हुए एक दूजे के लिये

200 बटुकों का हुआ निःशुल्क उपनयन संस्कार
-महंत रामेश्वर पुरी ने दिया आशीर्वाद

वाराणसी। वैदिक मंत्रोच्चार, शहनाई की मीठी धुन से शिवपुर स्थित अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रम्ह्चर्याश्रम गुरुवार की सुबह से गुलजार रहा। चारों तरफ मांगलिक गीत और वैदिक मंत्र गूंज रहे थे। महिलाएं और युवतियां मंगल गीत गाने में तल्लीन रहीं। ऐसा होता भी क्यों न भला, एक साथ दो-दो बड़े मांगलिक आयोजन जो थे। एक साथ यज्ञोपवीत और विवाह दोनों था।

ब्रम्ह्चर्याश्रम में गुरुवार की सुबह जहां मां अन्नपूर्णा ट्रस्ट की ओर परंपरागत रूप से इस वर्ष भी 200 बटुकों का उपनयन संस्कार हुआ। उसके बाद संध्या बेला में सामूहिक विवाह। इस मौके पर 25 जोड़े एक दूजे के हुए। दरअसल समाज के ऐसे लोग जिनकी आर्थिक स्थित ठीक नहीं होती उनके लिए अन्नपूर्णा ट्रस्ट हर साल सामूहिक विवाह और सामूहिक यज्ञोपवीत का आयोजन करता है। सब कुछ महंत रामेश्वर पुरी की देख रेख में होता है।

काशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट लगातार कई साल से युवक-युवतियों के हाथ पीले कर उनकी गृहस्थी बसाने की मुहिम को नई ऊंचाई दे रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार की शाम अन्नक्षेत्र ट्रस्ट ने कुल 25 जोड़ों को सात फेरे के बंधन में बांध उनके सपनों को अमली जामा पहनाया।

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