रिचा सिंह की शिकायत पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंची राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम, कुलपति पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोप का करेगी जांच।

प्रयागराज-लवकुश शर्मा

प्रयागराज: पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह की शिकायत पर प्रयागराज पहुंचीं राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम अब इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रतन लाल हांगलू पर लगाए गए यौन उत्पीडऩ की जांच करेगी। टीम ने कुलपति को प्रकरण में अपना पक्ष रखने के लिए एक सप्ताह की मोहलत दी है। यह जानकारी राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की सदस्य डॉ. राजुल बेन एल देसाई ने बुधवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में दी।

गौरतलब है कि इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने दो दिसंबर को नई दिल्ली में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव और राष्ट्रीय महिला आयोग के चेयरपर्सन से मिलकर आरोप लगाया था कि इविवि के महिला हॉस्टल परिसर में कई वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के लोग शाम छह बजे के बाद भी हॉस्टल में आते-जाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं। जबकि, यूजीसी की गाइड लाइन है कि महिला हॉस्टल परिसर में शाम छह बजे के बाद निर्माण कार्य नहीं होगा। इविवि में इस गाइड लाइन की अनदेखी की जा रही है।

वहीं, ऋचा की शिकायत पर मंगलवार देर रात अचानक टीम प्रयागराज पहुंची। पांच सदस्यीय टीम ने सर्किट हाउस में करीब ढाई घंटे ऋचा से पूछताछ किया। इसके बाद देर रात तक सभी महिला हॉस्टलों में छात्राओं से पूछताछ की।

बुधवार को टीम ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि जांच में ऋचा के सभी आरोप सही मिले। बुधवार की सुबह टीम कुलपति से मिलने विश्वविद्यालय पहुंची तो पता चला कुलपति विदेश यात्रा पर हैं। ऐसे में टीम ने रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ला से बातचीत की। टीम ने बताया कि रजिस्ट्रार ने सारी खामियों को दूर करने का आश्वासन दिया है|

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