लखनऊ।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने ठान लिया है कि किसानों को पूरी तरह उजाड़ कर ही दम लेगी। कहां तो तय था कि किसानों की आय दुगुनी की जायेगी तथा उनकी फसलों का उत्पादन लागत से डेढ गुना दिया जायेगा। अब तो किसानों के उत्पाद का बिना लाभ हानि भुगतान के लाले पड़ गये है।
भाजपा सरकार में गन्ना, धान और आलू के उत्पादक किसान खून के आंसू रो रहे है। गन्ना का दाम भाजपा सरकार में एक पैसा की वृृद्धि न करना किसानों से किए गये वायदे के विरूद्ध साजिश हुई है। भाजपा सरकार में बिचैलियों की पौ बारह बन आयी है। चाहे गन्ना और चाहे धान के फसलों की लूट भाजपा सरकार के संरक्षण में लगातार विगत ढाई वर्ष से हो रही है।
गन्ना किसानों की मांग है कि उत्पादन खर्च में व्यय वृृद्धि तथा खाद, बीज एवं डीजल के महंगे होने के कारण किसानों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। भाजपा सरकार की किसानों के प्रति उदासीनता से यह मुसीबत पहाड़ जैसी हो गयी है। जब कि समाजवादी सरकार मे किसानों के साथ न्याय किया था भाजपा सरकार में किसानों को अन्याय के सिवाय कुछ नही मिला। सरकार में थोड़ी भी किसानों के प्रति संवेदना है तो गन्ना मूल्य 450 रूपये प्रति क्वीन्टल घोषित करे। अन्यथा मजबूर किसान संघर्ष का निर्णायक रास्ता अपनायेगा जो सरकार को भारी पडे़गा।
ठीक इसी तरह धान की भी दुर्गति हो गयी है कोई भी धान क्रय केन्द्र सक्रिय नही और न ही बोरों की उपलब्धता है। किसानों के साथ भाजपा सरकार में यह सबसे बड़ा धोखा है। धान उत्पाद की लूट प्रशासन की मिलीभगत से बिचैलियों द्वारा की जा रही है और भाजपा सरकार बगुल भगत बनी हुई है। आलू उत्पादक किसानों के साथ भी भाजपा सरकार ने अनर्थ किया है आलू उत्पाद की कीमत भी किसानों को न मिलना सरकारी विश्वासघात की पराकाष्ठा है। किसानों ने भी ठान लिया है कि वे भाजपा सरकार की इस धोखाधड़ी का माकूल जवाब अवश्य देंगे।