लखनऊ: 11 दिसम्बर, 2019।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि शिक्षा मनुष्य के व्यक्तित्व निर्माण का आधार है। शिक्षा के आधार पर ही एक आदर्श समाज और सुदृढ़ राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में संस्कार का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता का मार्ग जहां से प्रारम्भ हो सकता है, वही वास्तव में विद्या है।

मुख्यमंत्री जी आज यहां उत्तर प्रदेश सरकार और कन्फेडरेशन आॅफ इण्डियन इण्डस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय ‘स्कूल समिट‘ के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली को इस प्रकार होना चाहिए कि यह व्यक्ति को स्वावलम्बी बनाने के साथ-साथ उसको एक योग्य एवं सक्षम नागरिक बनाने में भी मदद करे। इसके लिए आवश्यक है कि पूरे देश में शिक्षा का पाठ्यक्रम एक हो। इससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को बल मिल सकेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस समिट के माध्यम से शैक्षिक पाठ्यक्रम में एकरूपता लाने की दिशा में सार्थक विचार-विमर्श किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के गठन के बाद शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव किये गये हैं। कायाकल्प योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से स्कूलों में अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाया गया है। इसका परिणाम रहा है कि विगत ढाई वर्ष में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 50 लाख विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। इस तरह अब इन स्कूलों में 01 करोड़ 80 लाख बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नीति आयोग द्वारा प्रदेश के 08 जनपदों का चयन आकांक्षात्मक जनपद के रूप में किया गया है। उन्होंने कहा कि एच0सी0एल0, अजीम प्रेम जी फाउण्डेशन आदि संस्थान यदि इन जनपदों के स्कूलों को गोद लेते हैं, तो राज्य सरकार इन्हें सहयोग प्रदान करेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन में शिक्षा में शुचिता आयी है। सरकार के प्रयासों से नकल पर प्रभावी अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक कैलेण्डर लागू किया गया है। जिसके कारण समय पर परीक्षाएं व परिणाम घोषित किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती गुलाब देवी, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला,सी0आई0आई0 स्कूल समिट के चेयरमैन विनीत नायर, सिफी टेक्नोलाॅजी के सी0ई0ओ0 कमल कान्त तथा सी0आई0आई0 क्षेत्रीय समिति के चेयरमैन वत्स जयपुरिया, शिक्षाविद एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के गठन के बाद शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव किये गये हैं। कायाकल्प योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से स्कूलों में अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाया गया है। इसका परिणाम रहा है कि विगत ढाई वर्ष में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 50 लाख विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। इस तरह अब इन स्कूलों में 01 करोड़ 80 लाख बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नीति आयोग द्वारा प्रदेश के 08 जनपदों का चयन आकांक्षात्मक जनपद के रूप में किया गया है। उन्होंने कहा कि एच0सी0एल0, अजीम प्रेम जी फाउण्डेशन आदि संस्थान यदि इन जनपदों के स्कूलों को गोद लेते हैं, तो राज्य सरकार इन्हें सहयोग प्रदान करेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन में शिक्षा में शुचिता आयी है। सरकार के प्रयासों से नकल पर प्रभावी अंकुश लगा है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक कैलेण्डर लागू किया गया है। जिसके कारण समय पर परीक्षाएं व परिणाम घोषित किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती गुलाब देवी, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला,सी0आई0आई0 स्कूल समिट के चेयरमैन विनीत नायर, सिफी टेक्नोलाॅजी के सी0ई0ओ0 कमल कान्त तथा सी0आई0आई0 क्षेत्रीय समिति के चेयरमैन वत्स जयपुरिया, शिक्षाविद एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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