उन्नाव में पुलिस के बूटोंं की आवाज के अलावा सारी आवाजें बंद

उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने का मामला

उन्नाव । मृतका दुष्कर्म पीड़िता के गांव में आज सन्नाटा पसरा है। पुलिस के बूटोंं की आवाज के अलावा सारी आवाजें बंद है। गांव का कोई भी व्यक्ति मुंह खोलनेे को तैयार नहीं है। गांव में माहौल तनावपूर्ण है। कई थानोंं की पुलिस अभी भी मौके पर सुरक्षा व्यवस्था में लगी है। आरोपी परिवार एक तरफ जहां सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। वही पीड़ित परिवार दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए जाने की मांग कर रहा है। इधर मृतक दुष्कर्म पीड़िता की बहन की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसे देर रात उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। इमरजेंसी डॉक्टर ने बताया कि चेस्ट में दर्द और घबराहट है, उपचार चल रहा है। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि साइंटिफिक प्रोसीजर को भी जांच में लाया जा रहा है जिसमें लखनऊ की फॉरेंसिक टीम को भी शामिल किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडे के नेतृत्व में विवेचना टीम बनाई है जो अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

पीड़िता के पिता ने बताया
उनकी पांच बेटियां और दो बेटे हैं। जिनमें दुष्कर्म पीड़िता के रूप में एक बेटी की मौत हो चुकी है। सरकार द्वारा मदद के रूप में दी गई नौकरी चौथे नंबर की बेटी करेगी जो बीए फाइनल में है। उन्होंने बताया कि उसकी मृतक बिटिया भी पढ़ी लिखी थी। नौकरी के संबंध में पीड़िता के पिता ने बताया कि यही लोकल में मिल जाए तो ज्यादा अच्छा है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी चिंता नहीं रहेगी और आने जाने में भी परेशानी नहीं होगी।

*क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने कहा है कि मामले की जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। विवेचना पूरी तरह साइंटिफिक होगी। सभी साक्ष्य को जल्द से जल्द कलेक्ट किया जाएगा। आरोपी परिजनों द्वारा सीबीआई जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि टेक्स्ट और साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन की जाएगी। इसके लिए लखनऊ से फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया था। सारे वैज्ञानिक साक्ष्य उठाकर फॉरेंसिक रिपोर्ट लेंगे। जिससे अच्छी साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन हो सके। हम कोर्ट में अच्छी चार्जशीट दाखिल कर सकें। जिससे अच्छे से पैरवी हो और दोषी को सख्त से सख्त सजा दिला सके। विवेचना में पीड़िता के मोबाइल के साथ व्हाट्सएप फेसबुक को भी जांच के दायरे में लाया जा रहा है। जिससे पीड़िता और आरोपियों के अतिरिक्त इस घटना में शामिल अन्य लोगों की हिस्सेदारी को भी सामने लाया जा सके।

*मृतक पीड़िता की तबीयत खराब, जिला अस्पताल में भर्ती कराया

बहन की मौत के बाद छोटी बहन की तबीयत अचानक खराब हो गई। पेट में दर्द और घबराहट होने लगी। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र बीघापुर में भर्ती कराया। जहां से जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया। उसका की बहन को इमरजेंसी वार्ड नंबर 21 में भर्ती किया गया। बातचीत के दौरान पीड़िता की बहन ने बताया कि घबराहट और दर्द के कारण सुरक्षा में लगी पुलिस वालों ने उसे भर्ती कराया है। अब उनकी हालत ठीक है। इस संबंध में बातचीत करने पर इमरजेंसी डॉक्टर ने बताया कि चेस्ट पेन और घबराहट के कारण देर रात भर्ती किया गया है। जांचें सारी हो चुकी है और उपचार चल रहा है।

*आरोपी परिवार सीबीआई जांच की मांग पर अड़ा :-*

आरोपी परिवार घटना को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि जादू जो कुछ भी निकल कर आएगा, जो भी सजा मिलेगी। वह मान्य है। जेल में बंद शुभम त्रिवेदी की बहन ने बताया कि यदि निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो तीनों परिवार के सदस्य आत्मदाह जैसा खतरनाक कदम भी उठा सकते हैं। आरोपी परिवार पूरे घटनाक्रम को झूठ बता रहा है। इस संबंध में शुभम त्रिवेदी, शिवम त्रिवेदी और उमेश बाजपेई के परिवार की महिला सदस्यों ने जनपद प्रभारी मंत्री कमल रानी वरुण, क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज, प्रियंका वाड्रा आदि लोगों के सामने अपना विरोध प्रदर्शन भी कर चुकी हैं और सीबीआई जांच की मांग कर रही हैं। रायबरेली स्थित वकील पर पूरे घटनाक्रम को रचने का आरोप लगाया।

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