प्रयागराज-लवकुश शर्मा
हंडिया-हडिया क्षेत्र में समाजसेवी धवल त्रिपाठी अपने कार्यकर्ताओं के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ऊपरदहा का औचक निरीक्षण करने पहुंचे ।अचानक समाजसेवी के साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं को देखकर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान समाजसेवी धवल त्रिपाठी के साथ पहुंचे दर्जनों कार्यकर्ताओं को हर तरफ गंदगी का अंबार मिला जिस पर नाराज होते हुए धवल त्रिपाठी ने मीडिया टीम बुला ली ।निरीक्षण के दौरान पूरे अस्पताल परिसर में गंदगी और कूड़े का अंबार मिला। पानी की घोर समस्याएं मिली ।नल में पानी नहीं था। इससे ज्यादा तो मरीजों की समस्या थी एक भी मरीज भर्ती नहीं थे पूरा बेड खाली था । बेड पर भी गंदगी नजर आ रही थी चादर भी नहीं बिछी थी ।डॉक्टरों के नेम प्लेट भी गायब थे उनकी लिस्ट भी नहीं लगी थी। सफाई के लिए कूड़ेदान भी नहीं रखे गए थे शौचालय पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं।
अस्पताल परिसर में दवाएं कूड़ेदान में फेंकी हुई मिली जिस पर समाजसेवी ने घोर आपत्ति जताई। वहीं अव्यवस्था को लेकर अधीक्षक से उन्होंने जानकारी ली जहां सफाई के मामले में अधीक्षक ने कहा की सफाई कर्मियों की छह महीने तक तनख्वाह नहीं मिलती जिससे वे काम छोड़ कर चले जाते हैं और गंदगी का अंबार लगा रहता है। इतना ही नहीं मरीजों ने बताया की डॉक्टर चुपचाप बैठे रहते हैं और जल्दी मरीजों की जांच भी नहीं करते। यहां तक कि 11:00 बजे से पहले कोई भी अस्पताल नहीं पहुंचते और 2:00 बजे से पहले ही पूरा अस्पताल खाली हो जाता है सभी डॉक्टर्स चले जाते हैं।
इतना ही नहीं मरीजों ने बताया कि 8:00 बजे के बाद रात में मरीजों को ले जाने के लिए एंबुलेंस वाले पैसा भी लेते हैं बिना पैसा लिए नहीं जाते इस मामले पर केंद्र अधीक्षक ने अनभिज्ञता जताई। वही समाजसेवी धवल त्रिपाठी ने अस्पताल परिसर में अव्यवस्था और लापरवाही के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए शासन से शिकायत करने की बात कही ।निरीक्षण के दौरान समाजसेवी धवल त्रिपाठी, श्याम कृष्ण चौरसिया,डीके यादव,दिलीप कुमार,संतोष शुक्ला,अनुराग केसरवानी,मनीष शुक्ला, संतोष मणि त्रिपाठी,अनुज कुमार, सर्वेश पांडे, सुरेंद्र सिंह,चंद्रमणि मिश्र,रामराज यादव, पिंटू मिश्रा, उदयसिंह, विनोद कुमार, सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।