लखनऊ: 7 दिसम्बर, 2019
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर निदेशक सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास बिग्रेडियर रवि (अवकाश प्राप्त) तथा अन्य ने झण्डा पिन किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर निदेशालय की स्मारिका तथा उत्तर प्रदेश सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास निधि की वेबसाइट का लोकार्पण किया और निधि में कुछ दान भी दिया। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर अंशदान देने की परम्परा है। इस धन का उपयोग भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारों के आर्थिक कष्ट निवारण एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये किया जाता है। ज्ञातव्य है कि प्रतिवर्ष 07 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया जाता है।
राज्यपाल ने कहा कि सेनाओं की प्रति देशवासियों के मन में गौरव का भाव है। युद्ध में अपंग हुये सैनिकों को मंच प्रदान कर उनके अनुभव साझा करने चाहिए कि कैसे उन्होंने देश की सुरक्षा में अपना योगदान दिया है। हमारा कर्तव्य है कि सैनिकों और उनके आश्रितों की सहायता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंशदान से हम देश की सशस्त्र सेनाओं के सैनिकों एवं उनके परिवार के साथ भावनात्मक संबंध स्थापित कर सकते हैं तथा उनके प्रति कृतज्ञता और आत्मीयता भी प्रकट कर सकते हैं। राज्यपाल ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अपने मध्य प्रदेश के अनुभव भी साझा किये।
श्रीमती पटेल ने कहा कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस में निधि में दान के कार्य में विद्यालयों के बच्चों को भी सम्मिलित किया जाये। राज्यपाल ने कहा कि वेबसाइट के होने से उत्तर प्रदेश सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास निधि अधिक सक्रियता से कार्य कर सकेगा तथा इसका लाभ पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को मिलेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि वेबसाइट में उत्तर प्रदेश के 4.5 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों का विवरण भी उपलब्ध कराया जाये।
निदेशक सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास बिग्रेडियर रवि (अवकाश प्राप्त) ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस वर्ष 2 से 8 दिसम्बर के मध्य सशस्त्र सेना झण्डा सप्ताह मनाया जा रहा है। राज्यपाल को निदेशक सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास ने महात्मा गांधी का सैनिक वर्दी वाला एक पोट्रेट भी भेंट किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव श्री हेमन्त राव, समाज कल्याण विभाग के विशेष सचिव श्री धीरज कुमार, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास उ0प्र0 के अतिरिक्त निदेशक विंग कमाण्डर श्याम किशोर पाण्डेय, एन0आई0सी के श्री अंश रोहातगी सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।