सोनभद्र। पूर्वांचल राज्य जनमोर्चा की एक बैठक ग्राम कुशी कैथी विकासखंड रावटसगंज जनपद सोनभद्र में प्रदेश सचिव श्री संजीव कुमार और काकु सिंह के आवास पर संपन्न हुई !
संगठन प्रमुख पवन कुमार सिंह एडवोकेट ने कहा कि अलग पूर्वांचल राज्य की आवाज भी उठने लगी है। पूर्वांचल राज्य जन मोर्चा अलग राज्य के लिए मुहिम तेज करने में जुट गया है। मोर्चा जगह-जगह सभाएं ,गोष्ठी , जागरूकता यात्रा ,साइकिल रैली तथा अन्य तरह से कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रहा है।केंद्र और प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश पिछड़ता चला जा रहा है। पूर्वांचल को लंबे समय से राज्य बनाने की मांग चल रही है। केंद्र और प्रदेश सरकार की उपेक्षा के चलते यह मांग पूरी नहीं हुई। इसके लिए गोरखपुर से लेकर इलाहाबाद तक आंदोलन होगा। बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, वाराणसी जनपदों में पूर्वांचल राज्य के लिए लोगाें को जागरूक किया जाएगा। पृथक पूर्वांचल राज्य के गठन से क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी। इससे निचले स्तर के लोगों को ज्यादा लाभ होगा। बड़ा प्रदेश होने के कारण कई जिलों में विकास कार्य सही तरीके से नहीं हो पा रहे हैं। विकास के मामले में पूर्वांचल काफी पिछड़ गया है। पृथक पूर्वांचल के गठन से पूर्वांचल में विकास की गति तेज होगी।
जिला अध्यक्ष शिव प्रकाश चौबे उर्फ राजू चौबे ने कहा कि पूर्वांचल बनने पर अगर वाराणसी को राजधानी बनाया गया तो लोगों को लंबी दूरी तय कर लखनऊ नहीं जाना पड़ेगा। पूर्वांचल के गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, चंदौली आदि जिले काफी पिछड़े हुए हैं। पूर्वांचल बनने तथा वाराणसी राजधानी होने से इन जिलों में होने वाले विकास कार्यों की मानिटरिंग भी हो सकेगी। प्रदेश अध्यक्ष विमलेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि यह कोई जरूरी नहीं है कि छोटा राज्य बनने से विकास हो। पूर्वांचल को राज्य बनाने से जरूरी है कि इस क्षेत्र के लिए विशेष आर्थिक पैकेज दिया जाए। नए राज्याें के गठन के बाद भी विशेष आर्थिक पैकेज देना पड़ा है। यदि पिछड़े राज्याें में ऐसी व्यवस्था कर दी जाए जिससे इस क्षेत्र का विकास होना जरूरी है।
बैठक का संचालन कमलेश कुमार मिश्रा ने किया ! इस अवसर पर राजीव सिंह विजय प्रताप सिंह महेश सिंह अशोक कुमार कनौजिया ललित चौबे राम सूरत रामकिशुन दिनेश बहादुर लाल सुजीत दुखनी देवी बसंत लाल रामसूरत कुमारी देवी गीता मानमती आदि लोग उपस्थित थे !