बेल्हात्थी के रजनी टोला में खून की कमी से तीन दिन में दो ने तोड़ा दम

तीन माह में मरने वालों की संख्या पहुँचा 14,स्वास्थ्य विभाग परेशान

म्योरपुर सोनभद्र (विकास अग्रहरी/पंकज सिंह)

म्योरपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेल्हात्थी सितंम्बर से शुरू है मौतों का सिलसिला

म्योरपुर ब्लॉक से 40 किमी दूर ग्राम पंचायत बेलहत्थी के रजनी टोला में रविवार की सुबह 5 वर्षीय देवंती की जिला अस्पताल और उसके दो दिन पूर्व रजनी टोले में एक वर्षीय सुनीता पुत्री राम प्यारे की मौत खून की कमी से हो गयी। सी एच सी म्योरपुर के अधीक्षक डॉ फिरोज अबेद्दीन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि गांव में लगातार कैम्प करने के बाद भी खून की कमी से मौत होना समझ से परे होता जा रहा है।बताया कि मंगलवार को हम कोडरा,कोडरी रजनी सहित चार स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाएंगे और मरीजो को दवा भी खुद खिलाएंगे।ग्रामीण का आह्वान किया कि वे स्वास्थ्य शिविर में खांना खाने के बाद आये। डॉ अबेद्दीन ने बताया कि या तो मरीज दवा नही खाते है या बहुत ज्यादा विमार होने पर डॉक्टर को दिखाते है हमारी टीम इसका भी अध्ययन कर रही है।गांव में हो रही लगातार मौतों से गाँव के लोग भयभीत है।वही स्वराज्य अभियान के नेता दिनकर कपूर,रामा,खरवार,रमेश खरवार ने कहा है कि सितंम्बर से लेकर अब तक 14 मोटे हो चुकी लेकिन जिला प्रशासन अभी तक शुद्ध पानी की व्यवस्था नही किया है न ही गाँव मे जाने के लिए सड़क का निर्माण कराया जा रहा है।इसासे सेफ है कि जिला प्रशासन मौतों को लेकर संवेदनशील नही है। सवाल उठाया कि अधिकतर मौतें जब खून की कमी से हो रही है तो सरकार क्या पूरा गांव के दफन होने का इंतजार कर रही है।

कही ओझाई तो नही बन रहा है मौत का कारण

बेल्हात्थी में हो रही खून की कमी और मलेरिया से मौतों के पीछे ओझाई और झोला छाप की भूमिका तो नही है। अधीक्षक डॉ फिरोज आबेदीन की मॉने तो बुखार होने पर परिजन पहले कहते है कि बुखार पक जाए तब इलाज कराएंगे इसके बाद ओझाई कराते है और झोला छाप की शरण जाते है तब तक बीमारी बढ़ जाती है।कहा कि झोला छाप के खिलाफ भी जल्द कारवाही करेंगे।

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