नई दिल्ली ।
पहली दिसंबर से सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य होने जा रहा है। अगर नेशनल हाईवे पर टोल प्लाजा पर बिना रुके वाहन निकालना है, तो फास्टैग बनवाना जरूरी होगा। केंद्र सरकार के नए नियमों के अनुसार अब टोल प्लाजा पर केवल एक ही लेन कैश टोल की होगी, अन्य सभी लेन से सिर्फ फास्टैग वाले वाहन ही निकल सकेंगे।
खास बात यह भी है कि फास्टैग यूजर वाहन अगर अपनी लेन से निकलेंगे तो उन्हें समय की बचत के साथ-साथ 2.5 प्रतिशत कैशबैक भी मिलेगा। जो प्रत्येक ट्रांजेक्शन के बाद फास्टैग से लिंक्ड बैंक खाते में पैसे सीधे जमा हो जाएंगे। टोल प्लाजा के अलावा बैंक शाखा से वाहन चालक फास्टैग कार्ड बनवा सकते हैं, महज 400 रुपये के खर्च में लाइफटाइम वैलिडिटी मिलेगी। फिर भविष्य में मोबाइल की तरह ही रिचार्ज कर इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
★फायदा: फ्यूल और टाइम दोनों की होगी बचत
फास्टैग नहीं लेने वाले वाहन चालकों को कैश वसूली वाली टोल लाइन में लगना होगा, फिर चाहे वहां कितनी ही लंबी लाइन क्यों न लगी हो। ऐसे में किसी तरह की परेशानी से बचने के लिए जरूरी है कि समय रहते अपनी गाड़ी में फास्टैग लगवा लें। फास्टैग लगी गाड़ियों को टोल प्लाजा पर पर्ची लेने के लिए रुकने की जरूरत नहीं होती, जिससे फ्यूल और टाइम दोनों की बचत होगी। वहीं यदि नॉन फास्टैग गाड़ी गलती से भी फास्टैग लेन से निकली, तो उस वाहन चालक पर डबल जुर्माना होगा।
★ ये है फास्टैग
फास्टैग, रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर आधारित एक टैग है। यह गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है। जैसे ही गाड़ी टोल प्लाजा पर पहुंचती है, वहां लगी डिवाइस गाड़ी की विंडस्क्रीन पर लगे टैग को रीड कर लेती है, और तुरंत टोल कट जाता है। अभी तक की व्यवस्था में कार्ड रीड होते ही बैरियर खुद-ब-खुद उठ जाता था। यूजर के फास्टैग अकाउंट से होने वाले सभी ट्रांजेक्शन की जानकारी उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस से मिलती है।
★मोबाइल एप पर ऑनलाइन भी कर सकते हैं अप्लाई
फास्टैग कार्ड लगवाने के लिए टोल प्लाजा के काउंटर के अलावा एनएचएआई द्वारा एसबीआई, आईसीआईसीआई, आईडीएफसी, एचडीएफसी और आईएचएमसीएल को अधिकृत किया है। इसके अलावा ऑनलाइन एप में पेटीएम, माई फास्टैग एप और एमजॉन पर भी आवेदन कर सकते हैं। फास्टैग के लिए गाड़ी की आरसी, गाड़ी मालिक का पासपोर्ट साइज फोटो, आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ की कॉपी देनी होगी।
★टोल छूट वाले वाहनों को जीरो बैलेंस फास्टैग अनिवार्य
नेशनल हाईवे पर अब तक टोल से छूट वाले वाहनों पर भी पहली दिसंबर से जीरो बैलेंस फास्टैग लगाना होगा। केंद्र सरकार ने ऐसे सभी लोगों और विभागों को जीरो बैलेंस फास्टैग लेने के लिए कह दिया है। फास्टैग न होने पर ऐसे वाहन चालकों को ‘टोल फ्री व्हीकल’ होने का प्रमाण-पत्र देना होगा। ऐसे वाहनों को टोल पर बनी सिंगल कैश लेन से गुजरना पड़ेगा।
★डेली अप डाउन करने वालों का चलेगा मासिक पास
फास्टैग कार्ड में कम से कम 100 रुपये से लेकर अधिकतम कितने भी पैसे डलवा सकते हैं, जो उसमें लाइफटाइम तक रहेंगे। कार्ड खराब हो जाने की सूरत में 100 रुपये में नया कार्ड खरीदा जा सकता है। टोल से रोज अप-डाउन करने वाले स्थानीय लोगों के निजी वाहनों का मासिक पास पहले की तरह 235 रुपये में ही बनेगा।
घरौंडा टोल प्लाजा से रोजाना करीब 55 हजार वाहन निकलते हैं। अभी महज 35 प्रतिशत वाहन ही फास्टैग वाले हैं। रोजाना टोल प्लाजा पर औसतन 260 कार्ड बन रहे हैं। 400 रुपये में कार्ड की लाइफ टाइम वैलिडिटी मिलेगी। इसमें 100 रुपये का कार्ड है, 200 कार्ड की सिक्योरिटी के जमा होंगे। इसके अलावा 100 रुपये का बैलेंस मिलेगा। -आदित्य राणा, इंजीनियर, एनएचएआई।