बीएसए के आदेश के बाद भी एबीआरसी नही पहुचे मूल विद्यालय

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

शासन का निर्देश हवा हवाई। वहीं दूसरी ओर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के आदेश के बावजूद जमे रहे ब्लाक सहसमन्वयक

वित्तीय अनियमितता की भी खुल रही पोल

बभनी। विकास खंड में जिला बेसिक शिक्षाधिकरी के आदेश के बावजुद भी एबीआरसी अपने मूल विद्यालय नही पहुचे और बभनी ब्लाक मे अधिकारी बन कार्य मे लगे है । विकास खंड बभनी मे शैक्षिक गुणवत्ता और विभागीय कार्यो को देखने के लिए ब्लाक सह समन्वयकों के पद की तैनाती थी सह समन्वयक बिषय विशेषज्ञ होते थे ।

जिनका काम विद्यालयो का शैक्षिक गुणवत्ता बढाना था ।लेकिन शासन ने ब्लाक सह समन्वयक पद को समाप्त करते हुए एआरपी चयन का प्रसताव दिया है जिला बेसिक शिक्षाअधिकारी द्वारा इकतीस अक्टूबर को ही मूल विद्यालय पर शिक्षक कार्य मे योगदान देने का निर्देश दिया है लेकिन आज भी एबीआरसी बभनी ब्लाक मे तैनात है। और शिक्षण कार्य मे नही लगे हैं। जहां एक ओर 31 अक्टूबर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा आदेश किया गया कि समस्त ब्लाक सहसमन्वयकों को अपने मूल विद्यालय पर जाना जाने का वहीं दूसरी ओर ब्लाक बभनी में तैनात सहसमन्वयक द्वारा एक आदेश जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी के मुहर पर जारी किया गया जिसमें कृते करके हस्ताक्षर किया गया और दूसरी ओर ब्लाक संसाधन केंद्र में रंगाई-पुताई का कार्य जोरों पर है और कुछ शिक्षकों के द्वारा नाम न प्रकाशित करने के शर्त पर यह बताया गया कि घोरावल में तैनात एक अध्यापक बभनी में सहसमन्वयक के पद पर कार्यरत हैं जो खंड शिक्षा अधिकारी के सहखातेदार भी हैं और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र के आदेश के बाद भी आज तक जमें हुए हैं। इन तथ्यों के आधार पर स्पष्ट होता है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है। इस संबंध में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि ऐसा मामला मेरे संज्ञान में नहीं है यदि ऐसा है तो इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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