समर जायसवाल –
पेट्रोल पंप का मैनेजर ही अपने साथी के साथ वारदात की बनाई थी योजना।
करीब 6 माह बाद पुलिस को मिली सफलता।
दुद्धी।करीब 6 माह पूर्व कोतवाली के डूमरडीहा स्थित महावीर फ़िलिग स्टेशन पर 5 लाख 65 हजार की चोरी का खुलासा आज पुलिस ने कर दिया।चोरी के वारदात में पेट्रोल पम्प के मैनेजर रामस्वार्थ पुत्र मेहीलाल निवासी काचन थाना म्योरपुर ने ही अपने सहयोगी अतीस यादव पुत्र रामगनेश यादव निवासी ग्राम पड़री थाना म्योरपुर के साथ योजना बनाई थी।पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार के 1 लाख 50 हजार 5 सौ रुपये और एक अदद हीरो स्प्लेंडर बिना नम्बर की बरामद कर दोनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया।
मीडिया के समक्ष प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने घटना की खुलासा करते हुए बताया कि करीब 26 मई 19 को डूमरडीहा पेट्रोल पंप पर चोरी हुई थी। मामले की तहरीर पेट्रोल पंप मालिक सुभाष चंद्र केसरी के द्वारा दी गयी थी जिस पर चार अभियुक्तों के खिलाफ मामला मुकदमा संख्या 71/19 पंजीकृत किया गया था।पुलिस लगातार नामजद अभियुक्तों के ऊपर नजर बनायी हुई थी।कल वांछित अभियुक्त गण अतीस यादव पुत्र रामगनेश निवासी ग्राम पड़री थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र को म्योरपुर के एक बाइक शोरूम के पास से वहीं रामस्वार्थ पुत्र मेहीलाल निवासी ग्राम काचन थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।अतीस यादव ने पुलिस की गहन पूछताछ में बताया कि घटना की एक दिन पूर्व यानी 25 मई को वह पेट्रोल पंप के मैनेजर रामस्वार्थ के साथ मिलकर योजना बनाई थी ।रामस्वार्थ ने ही बताया था कि पम्प के कैश रम में 2-3 दिन का पैसा पड़ा हुआ है ।इसी योजना के अनुसार अतीस यादव ने पेट्रोल पंप के पीछे की चाहरदिवारी को फांद कर बरामदे में प्रवेश कर एमसीबी से लाइट आफ कर कैश रुम में लगे सीसीटीवी कैमरे का लाइट काट दिया।चाभी से ताला खोलकर गल्ले से 5 लाख 65 हजार की चोरी कर ली।अतीस यादव ने मात्र 50 हजार रुपया अपने साथी रामस्वार्थ को यह कहकर दिया कि माहौल शांत होने के बाद तयशुदा राशि उसे बाद में देगा।परन्तु लगातर पूछताछ व दबीश के कारण अभियुक्त रामस्वार्थ डरकर अपने हिस्से का 50 हजार का धनराशि रामनगर रेलवे क्रासिंग के वास 4 जून 19 को फ़ेंक दिया था ।अभियुक्त द्वारा फेंके गैर पैसो को कनहर सिंचाई परियोजना के सहायक अभियंता संजय सिंह ने दुद्धी पुलिस को सुपुर्द किया था।जिसकी नम्बरिंग और बाइंडिंग देखकर पम्प मालिक सुभाष चंद्र केशरी और उनके बड़े भाई लालबाबू केशरी ने उक्त पैसों को अपने पेट्रोल पंप का होना बताया गया था ।अभियुक्त अतीश यादव ने 4 लाख 60 हजार अपने पास रखे थे और कुछ पैसे अपने भाई लक्ष्मी प्रसाद की शादी में खर्च कर दिए व 32 हजार रुपये जमा कर व क़िस्त पर अपने भाई के लक्ष्मी के नाम एक हीरो स्प्लेंडर बाइक खरीदी थी।वर्तमान में इस बाइक को वह स्वयं उपयोग कर रहा था।उन्होंने बताया कि आज दोनों को जेल भेज दिया गया।टीम में वे स्वयं प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह , एसएसआई वंशनरायण यादव , हेड कांस्टेबल विनोद कुमार ,काo शिवबदन राम , अजय कुमार ,विपिन बेनबंशी, महिला कांस्टेबल पूनम खरवार मौजूद रही।