कोन/सोनभद्र। आज कोन में जश्न ए आमद ए रसूल के मौके पर जुलूस व मक्के मदीना की झांकी निकाल कर बड़े ही अक़ीदत के साथ जश्न ए ईद मिलादुन्नबी मनाया गया। जुलूस कोन क्षेत्र के देवाटन, बरवाखाड़, खरौधी, नूरी नगर, इस्लामिया नगर, गिधिया, करइल, बागेसोती, मझिगांवा, खरौंधी आदि गांवों से जुलूस ए मुहम्मदी निकाल कर कोन जुलूस में समल्लित करके कोन क्षेत्र के समस्त मुस्लिम भाइयो ने कोन मुहल्ले से होते हुए डी जे के साथ चला और “पत्ती पत्ती फूल फूल या रसूल या रसूल” नारो के साथ बस स्टैण्ड से गुजरते हुए थाना से होते हुए कोन जामा मस्जिद पर समापन होकर सभा में तब्दील कर क्षेत्र नगर व देश के लिए अमन व शांति के लिए दुआएं भी मांगी गई । बारहवफात का दिन इंसानियत के इतिहास में खास मुकाम हासिल रखता है रविअव्वल उर्दू का महीना है इसमें आज ही के दिन अल्लाह के नबी मोहम्मद सल्लाहऊल्लाह अलहिवसल्लम की पैदाइश अरब के सरजमीं पर हुआ था और आज ही के दिन नबी की वफात भी हुई थी जिसके कारण इसे आज के दिन नबी सल्लाहऊल्लाह अलहिवसल्लम के जन्मदिन की ईद मिला दुन्नवी भी कहा जाता हैं इस अवसर पर जामा मस्जिद के पेशिमाम मौलाना मुस्तकीम ने नबी की याद में हकीकत के नजराने की अकीदत भी पेश किये। मौलाना शमशेर साहब ने नबी सल्लाहऊल्लाह अलहिवसल्लम की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये कहा कि अल्लाह ने उन्हें सारे कायनात के लिये रहमत बना कर भेजा। इंसान हो, हिन्दू हो या मुस्लिम, बूढ़ा हो या जवान, गोरा हो काला सब को एक दूसरे पर बराबर का हक है और बताया कि आप गरीबो, यतीमों और मज़लूमों की मदद करे चाहे वी किसी तबका, या धर्म का हो । जुलूस मे शान्ति व्यवस्था हेतू सेक्टर मजिस्ट्रेट रविन्द्र कुमार शामन जोन मजिस्ट्रेट मनोज कुमार, ,ज़प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह समेत इंस्पेक्टर क्राइम शिव प्रताप वर्मा, गिरधारी सिंह, दरोगा दिनेश यादव, दरोगा रामजी सिंह समेत भारी संख्या मे पुलिस बल साथ रही। जुलूस में मुख्यरूप से सुन्नी इस्लाही तहरीक के अमीरे जमाअत पीरे तरीकत हुजूर सुफ़िए मिल्लत हजरत मौलाना मु0 खलिलुल रहमान साहब, हेड सदर अब्दुल राजिक, मौलाना अमिनुद्दीन साहब, मौलाना समशेर साहब, मौलाना अब्दुल सलाम साहब, मौलाना फिरोज साहब, मौलाना नजीर , मौलाना हाफिज अबदुल्ला, मौलाना सलीम, कोन सदर लियाकत अली, सदर हमीद, रुकमुद्दीन, डॉ वसीउल हसन, साबिद अली, ईद मुहम्मद ख्जान्ती साहब, समीम सिद्दीकी, हातिम अली, ग्राम प्रधान इबरार, जफ़र हुसैन, डाo समीउल हसन, हातिम अली, इबरार, मुo हबीब, मुo तौफीक, मुo इद्रीश समेत हजारों लोग शामिल रहे।