समर जायसवाल –
दुद्धी – उक्त कथन दुद्धी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रैन बसेरा में गंदगी में लथपथ अवस्था में पड़ी गरीब असहाय व विकलांग ललोइया को पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि दुद्धी कमल कानू ने नहला धुला कर साफ वस्त्र पहना कर सेवा करते हुए देखा और वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि गरीब असहायों से ही मेरा अस्तित्व है । आज मैं जो भी हूं सब इन्ही गरीब असहाय लोगो की सेवा से ही हू ।बता दे कि ललोइया एक पहले से ही विकलांग व मानसिक विक्षिप्त महिला है जिसका इस दुनिया मे कोई नही है । ललोइया विगत कई वर्षों से दुद्धी में ही पांच से दस रुपये लोगों से मांग कर अपना जीवन यापन करती थी लेकिन कुछ महीने पूर्व में एक वाहन ने ललोइया को टक्कर मार दी। घायल अवस्था मे इलाज हेतु समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया था जहाँ से पैर में चोट लगने के कारण ललोइया हिल डोल नही पा रही है और पहले से ही एक हाथ की
विकलांग महिला ललोइया उस घटना के बाद से चलने में भी असमर्थ हो गयी ।विक्षिप्त महिला लोलोइया रैन बसेरा में एक ही स्थान पर पड़ी रहती है । और जो भी गंदगी करना होता है वहीं करती है। जिस पर किसी का ध्यान आकर्षित नही हुआ और किसी ने उसके बदहाल जिंदगी की सुधि नही ली। दुद्धी के पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि कमल कुमार कानू का यह देख दिल पसीज गया और उन्होंने प्रत्येक पांच या दस दिन में जाकर अपने हाथों से ललोइया को नहला धुला कर साफ सुथरा करते है।इस गरीब असहाय और विकलांग महिला की सहायता के लिए अपना हाथ बढ़कर कमल कुमार कानू द्वारा किये जा रहे कार्य को लेकर क़स्बे में उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है।क्षेत्र की जनता अब कहने में नही थक रही जिसका कोई नही उसके लिए मसीहा बने कमल कुमार कानू।