बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय/विवेकानंद)
हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में दहशत।
वन विभाग के कर्मचारियों की नींद हराम
बभनी सीमावर्ती गांव के केसारी गांव में गुरुवार की रात 18-20 की संख्या में हाथियों का झुंड अचानक केसारी गांव में घुसकर खुब उत्पात मचाया।यहां तक कि एक गरीब के घरों को ढहा दिया।वहीं घर मे रखे खाद्य सामग्री को भी खा गये।किसानों के फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचाया।केसारी गांव निवासी दीपचंद के घर को ढहा दिया,वही बुधन,जसपाल और भागीरथ के फसलों को भी नुकसान पहुंचाया।हाथियों के इस तांडव से गांव के लोग काफी भयभीत हो गये हैं।पूरी रात ग्रामीण डर से सो नही पा रहे है।लोग हाथियों की दहाड सुनते ही अपने बच्चों के साथ घर छोड़कर दूसरे के घरों में रात गुजाने के लिए मजबूर हो गये।छत्तीसगढ़ वन विभाग तथा यूपी वन विभाग के कर्मचारियों की नींद हराम हो गई है। उधर वन दरोगा हुकुम चंद अपने टीम के साथ इधर वनक्षेत्राधिकारी ए एन मिश्रा अपने कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच कर हाथियों को जंगल की ओर भगाने में लगे हुए हैं।
अब तक हाथियों ने बभनी क्षेत्र के बिछियारी,करमघट्टी, नवाटोला,मगरमाड,नवाटोला, सेमरिया गांवों में अब तक पचासों किसानों की फसल नुकसान कर चुके हैं।इसके अलावा दर्जनों लोगों के घर को भी ढहा दिया है।छत्तीसगढ़ सीमावर्ती गाव केसारी में गुरुवार को रात मे हाथियों का झुण्ड गाव मे घुस गया और फसल चौपट करने के साथ ही एक का मकान ढहा दिया।ग्रामीणों की सुचना पर पहुची वन विभाग की टीम ने किसी तरह हाथियों को गाव से बाहर भगाया ।टीम हाथियों पर नजर बनाए हुए है।इसके पूर्व में
मानसिंह,सोनसिह,प्रदीप कुमार लालशाह,मोहरशाह,बिहारी लाल,रामलाल, रामलखन,अहिबरन,अवधेश कुमार, विश्वनाथ, रामलोचन, विश्वनाथ, अमृतलाल, रामसुन्दर,रामश्रृगार,कन्हैयालाल, मगरमाड,नवाटोलाऔर करमघट्टी का फसल चौपट किये ।गुरुवार को दीपचंद का घर ढहाने के बाद घर मे रखा मक्का और धान को भी हाथियों ने खा लिया।मौके को देखने और किसानों के मुताबिक करीब बीस बिघा जमीन में लगे धान की फसल को हाथियों ने नुकसान कर दिया है।शुक्रवार को सुबह अम्माझरिया के जंगल में हाथियों को भगा दिया गया है।
लेकिन रात में पुनः हाथियों का झुंड गांव में घुस कर उत्पात मचा सकते हैं।हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में भय है।छत्तीसगढ़ के पीडित किसानों को सरकार मुआवजा भी देना शुरू कर दिया है।अभी यूपी के पीडित किसानों को कोई राहत नही मिल सका है।पीडित किसानों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए फसल तथा घर के नुकसान का मुआवजे का मांग किया है।