
लखनऊ।लखनऊ– उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के 45000 कर्मचारियों के लगभग 16000 करोड़ रुपये के भविष्य निधि घोटाले में यूपी पुलिस की विशेष टीम ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के पूर्व एमडी अयोध्या प्रसाद उर्फ ए पी मिश्रा को गिरफ्तार किया है।

पर भ्रष्टाचार की तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है सरकार पूर्व एम डी विशाल सिंह को बचाने के लिये ए पी मिश्रा पर ठीकरा फोड़ दी है जबकि 23 मार्च को ए पी मिश्रा ने स्तीफा दे दिय़ा और 24 मार्च को बोर्ड की बैठक हुई वा बैठक के बाद डी एच एफ एल को पैसा ट्रांसफर हुआ तब ए पी मिश्रा एम डी नही थे चहेते आई ए एस अफसरों एवम पूर्व एम डी विशाल सिंह को बचाने के लिए ए पी मिश्रा की गिरफ्तारी हुई ए पी मिश्रा ने जब 23 मार्च को स्तीफा दे दिय़ा और 24 मार्च को बिज़ली बोर्ड की बैठक हुई जिसमें डी एच एल एफ मै पैसा इनवेशटमैट करने का निर्णय लिया गया उसकी मिनिटस मै एम डी की हैसियत से विशाल सिंह के हस्ताक्षर है बोर्ड की बैठक मै पास हुए प्रस्ताव और मिनिटस पर सभी लोगो हस्ताक्षर के बाद ही पैसा ट्रांसफर हुआ जब बोर्ड बैठक वा पैसा ट्रांसफर के समय ए पी मिश्रा एम डी नही थे तो ए पी मिश्रा की गिरफ्तारी क्यो क्या तत्कालीन एम डी श्री विशाल सिंह को बचाने के लिए ए पी मिश्रा की गिरफ्तारी हुई है ।अगर fir के कापी गौर करे तो जबाब खुद ही मिल जायेगा।बहरहाल यह जांच का विषय है कौन दोषी है वह तो जांच टीम ही कर सकती है।
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