पटना।बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ‘सेमी फाइनल’ माने जा रहे उपचुनावों में सत्तारूढ़ राजग (एनडीए) का प्रदर्शन अच्छा नजर नहीं आ रहा है।
हालांकि, समस्तीपुर लोकसभा सीट लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) फिर से आसानी से बरकरार रखती दिख रही है। लोजपा राजग का एक घटक दल है।
यह सीट पार्टी के सांसद रामचंद्र पासवान का निधन हो जाने पर रिक्त हुई थी। उनके पुत्र प्रिंस राज कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अशोक कुमार से 8,000 से अधिक मतों से आगे चल रहे हैं।
राज्य में विधानसभा की पांच सीटों पर हुए उपचुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत जद (यू) के उम्मीदवार दरौंदा, सिमरी बख्तियारपुर और बेल्हार में 10,000 से अधिक मतों से तथा नाथनगर में मामूली अंतर से पीछे हैं।
इन पांच सीटों में से चार सीटें जद (यू) के पास थीं। इन सीटों के विधायकों के लोकसभा के लिए निर्वाचित हो जाने के बाद ये सीटें रिक्त हो गई थी। इसलिए, वहां उपचुनाव कराये गये।
किशनगंज में भाजपा के उम्मीदवार हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से पीछे चल रहे हैं, जबकि इस सीट पर पहले काबिज रही कांग्रेस तीसरे नंबर पर है।
महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे एवं लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त का सामना कर चुके राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सिमरी बख्तियारपुर तथा बेल्हार में अच्छी बढ़त बना ली है। पार्टी नाथनगर में लगभग एक हजार मतों से आगे चल रही है।
जद (यू) उम्मीदवार के समर्थन में बैठने से इनकार करने पर भाजपा से निष्कासित एक बागी उम्मीदवार ने सीवान जिले की दरौंदा सीट पर 20,000 से अधिक मतों से बढ़त बना ली है। यह निर्वाचन क्षेत्र जद (यू) का गढ़ था।