जनार्दन पांडेय
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के 220 सीट जीतने के लक्ष्य से काफी पीछे रहने का संकेत मिलने के साथ ही राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि संदेश यह है कि लोगों को “सत्ता का गुरूर” पसंद नहीं।
बहरहाल, पवार ने यह भी कहा कि लोगों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को विपक्ष में ही रखना चाहा है और पार्टी सरकार बनाने का प्रयास नहीं करेगी।
अब तक उपलब्ध रुझानों एवं परिणामों के मुताबिक भाजपा ने तीन सीट पर जीत दर्ज कर ली है और 98 पर आगे चल रही है। उसकी सहयोगी शिवसेना तीन सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और 57 सीटों पर आगे चल रही है।
राकांपा ने एक सीट जीत ली है और 54 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस प्रत्याशी 45 सीटों पर आगे चल रही है।
पवार ने कहा, “लोगों को 220 सीट (288 में से) की बात नहीं भाई। राकांपा जनादेश को विनम्रता पूर्वक स्वीकार करती है। कांग्रेस, राकांपा, पीडब्ल्यूपी, स्वाभिमानी शेतकरी संघटना और अन्य सहयोगियों ने पूरे दिल से एक-दूसरे का सहयोग किया। चुनाव परिणाम दिखाते हैं कि लोगों को सत्ता का गुरूर पसंद नहीं।”
सत्तारूढ़ दलों के नेताओं का नाम लिए बिना पवार ने यह भी कहा कि, “कुछ लोगों ने बेहद कट्टर नजरिया रखने की सीमा पार की।”
उन्होंने कहा, “लोगों ने हमसे विपक्ष में रहने को कहा है। किसी तरह सत्ता में आने का विचार हमारे जहन में आता नहीं। हम अपना जनाधार बढ़ाने पर काम करेंगे।’’
साथ ही पवार ने यह भी ध्यान दिलाया कि सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने के लिए विपक्षी खेमे का साथ छोड़ने वालों को लोगों ने स्वीकार नहीं किया।
उन्होंने कहा, “लोगों को चुनाव से पहले लाभ लेने की उनकी हरकत पसंद नहीं आई।”
सातारा से राकांपा के पूर्व सांसद उदयनराजे भोसले का नाम लिए बिना उन्होंने यह इशारा किया।