सोनभद्र।जिला पूर्ति अधिकारी,सोनभद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि नोडल अधिकारी, उज्जवला योजना द्वारा प्रेषित रिपोर्ट के अनुसार प्रधान मंत्री उज्जवला योजना के अन्तर्गत जिले में 20 अक्टूबर, 2019 तक 1 लाख 85 हजार 204 कनेक्शन स्थापित किये जा चुके हैं। इस हेतु शासनादेशानुसार ए0पी0जी0 के सुरक्षित प्रयोग से इसका पूरा लाभ उठाने हेतु गैस उपयोग करते समय सावधानियां जरूर बरतें।उन्होंने बताया कि एलपीजी सिलेण्डर हमेशा सीधा खड़ा रखा जाय। रसोई गैस सिलेण्डर के अलावा किसी अन्य ज्वलनशील वस्तुओं का प्रयोग न किया जाय। भोजन पकाते समय चूल्हे पर रखें गर्म बरतन को हमेशा पक्कड़ (बरतन पकड़ने का उपकरण) से पकड़ा जाय। गैस चूल्हा, सिलेण्डर से कम से कम 6 इंच ऊपर किसी समतल स्थल पर रखा जाय एवं खाना हमेशा खड़े रहकर बनाया जाय। चूल्हा जलाते समय पहले माचिस की तीली जलाएं, उसके बाद गैस ऑन करें। रात को सोते समय या बाहर जाते समय रेगुलेटर को अवश्य बन्द कर दें। चूल्हे को ऐसी जगह रखें, जहां बाहर से सीधी हवा न लगे। भोजन पकाते समय कोई और अन्य कार्य न करें, बल्कि चूल्हे के पास मौजूद रहें। हमेशा सूती वस्त्र/एप्रेन पहनकर खाना बनाएं। गैस की गन्ध आने पर बिजली का स्विच, लाइटर, माचिस न जलाएं। सभी खिड़की दरवाजे खोल दें। सिलेण्डर के रिसाव महसूस होने पर रेगुलेटर को हटाकर सेफ्टी कैप लगाएं और खुले में रखकर वितरक को सूचित करें। किसी भी एलपीजी रिसाव समस्या हेतु अपने एलपीजी वितरक से या हेल्पलाईन नम्बर 1096 पर सम्पर्क करें। गैस सिलेण्डर/चूल्हे में किसी प्रकार की मरम्मत की कोशिश न करें। प्रत्येक 05 वर्ष में अपना सुरक्षा होज अवश्य बदलें। एलपीजी उपभोक्ता को सूचित किया जाता है कि उपरोक्त दिये गये सुझावों का एलपीजी का उपयोग करते समय कड़ाई से पालन करें, ताकि किसी भी प्रकार दुर्घटना से बचा जा सके।