म्योरपुर सोनभद्र (विकास अग्रहरी/पंकज सिंह)
पोषाहार मामले में दुद्धी व म्योरपुर ब्लाक मिलाकर 13 कर्मचारियों का हुआ निलंबन
मामले में 28 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त करने को लिखा पत्र
म्योरपुर।स्थानीय थाना क्षेत्र के लौबंद और बभनी ब्लाक के चिकूटोला गांव में पोषाहार पकड़े जाने के मामले में शुक्रवार को विभागीय स्तर पर बड़ी कार्यवाही हुई है।बाल विकास विभाग ने दुद्धी व म्योरपुर सीडीपीओ समेत तमाम कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के निलंबन से हड़कंप मच गया है।म्योरपुर व बभनी थाना क्षेत्रों में सितंबर में बरामद किए गए पोषाहार व खाली बोरियों के मामले में जांच के दौरान कालाबाजारी का मामला सामने आया है।ऐसे में बाल विकास एवं पुष्टाहार निदेशालय की तरफ से दोषी दुद्धी और म्योरपुर ब्लाक के सीडीपीओ समेत कुल 13 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया।मामले में 28 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त किया जाना बाकी है।जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि सितंबर माह में म्योरपुर ब्लाक के लौबंद गांव निवासी बाबूलाल गुप्ता के घर से चार भरी बोरी एवं 124 पोषाहार की खाली बोरी भी पकड़ी गई थी।इसी तरह बभनी ब्लाक के चीकूटोला में सुदेश्वर गुप्ता के घर से 88 बोरी, 46 पैकेट पोषाहार पकड़ा गया था।इस मामले में एफआइआर भी करायी गई।उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि पोषाहार म्योरपुर व दुद्धी ब्लाक के आंगनबाड़ी केंद्रों के हैं।ऐसे में इस कालाबाजारी के मामले में निदेशालय को रिपोर्ट भेजी गई।रिपोर्ट के आधार पर दुद्धी ब्लाक के पांच व म्योरपुर ब्लाक के आठ कर्मचारियों को निलंबित किया गया है।उन्होंने बताया निलंबित कर्मियों में दुद्धी ब्लाक के सीडीपीओ हृदय नारायण, मुख्य सेविका संगीता वर्मा, सुखी देवी, तारा देवी, प्रधान सहायक कमलेश पांडेय, म्योरपुर ब्लाक के सीडीपीओ बाबूलाल, प्रधान सहायक प्रकाशचंद्र गुप्ता, कनिष्ठ लिपिक सुशील द्विवेदी, मुख्य सेविका मीरा मिश्रा, अगरानी देवी, प्रेमा शुक्ला, पूनम दुबे, निर्मला देवी को निलंबित किया गया है।इसके अलावा दोषी मिले 28 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त करने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है।विभागीय स्तर पर इतनी बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।