नाटक मन्चन की ही विषयवस्तु न हो, इसकी शिक्षा को आत्मसात भी करें-सुरेन्द्र अग्रहरि
समर जायसवाल दुद्धी –
जैसी करनी वैसी भरनी नाटक का हुआ मार्मिक मन्चन
दुद्धी-सोनभद्र। बीती शाम को ग्रामसभा फूलवार में सरस्वती नाट्य कला समिति फूलवार के तत्वाधान में नाट्य मन्चन का आयोजन किया गया। प्रथम दिवस के नाटक मन्चन में जैसी करनी वैसी भरनी नाटक का मन्चन बड़ी ही रोचकता से किया गया। इस शिक्षा प्रद नाटक के मन्चन को देखकर उपस्थित दर्शक
आत्मविभोर हो गये। इस कहानी का मूल सार यही रहा कि जो जैसा करेगा उसे वैसा भरना पड़ेगा। कर्मो का फल नही मिलेगा यह सोचना गलत है। इस लिए यह प्रयास हो कि हम सदैव अच्छा ही करें।
इससे पूर्व नाटक मन्चन समारोह का उद्घाटन शुभारंभ दुद्धी डी सी एफ के चेयरमैन सुरेन्द्र कुमार अग्रहरि (गुरुजी)ने फीता काट कर किया।
उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री अग्रहरि ने कहा कि नाटक केवल देखने की विधा नही है, यह समाज को जागृति देने का एक साधन भी है। नाटक को केवल मनोरंजन तक सीमित न रख कर उस नाटक की शिक्षा को अपने जीवन मे उतारें व उसको आत्मसात भी करें। आज जो नाटक मंचित है उसका मुख्य बात यही है कि अच्छे कर्मों का परिणाम अच्छा व खराब कर्मों का परिणाम खराब होता है। यह शतप्रतिशत तय है कि कर्मो के परिणाम अवश्य मिलतें हैं।आज मंचित नाटक में यह मन्चन किया गया कि गावँ के लोग जिस व्यक्ति को अछूत व नीच कहकर उसका तिरस्कार करते थे उसी व्यक्ति ने अपनी प्रतिभा का लोहा उनसे मनवा लिया। इस शिक्षा प्रद नाटक के मन्चन के अवसर पर सूर्यप्रकाश कन्नौजिया ग्राम प्रधान, उदय शर्मा, चन्द्रमणि यादव, रामजनम गुप्ता, मुकेश गुप्ता अध्यक्ष ,राजेश यादव,हरिहर, विरेन्द्र चौधरी,मोहित अग्रहरि, राजकपूर कन्नौजिया ,अवधेश गुप्ता, अनूप कन्नौजिया सहित बहुत लोग उपस्थित रहे।
डायरेक्टर मुनेश्वर कन्नौजिया अपनी पूरी टीम के साथ मन्चन व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने में तत्पर रहे।