लखनऊ।समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार अपने कारनामों से विनाशकारी बनती जा रही है। दीपावली का पर्व हर्षोल्लास और अंधेरे पर प्रकाश का पर्व माना जाता है। भाजपा सरकार ने दीपावली से पहले ही होमगाडर्स के 25 हजार परिवारों की जिंदगी में अंधेरा कर दिया है। बताते हैं पुलिस के सिपाही के बराबर होमगार्ड को वेतन दिए जाने के न्यायालय के निर्देश के बाद होमगार्ड का एक दिन का वेतन 500 रूपए से बढ़कर 672 रूपए हो जाता। सबका साथ, सबका विश्वास का मंत्र दुहराने वाली भाजपा को यह गंवारा न हुआ कि किसी गरीब का वेतन बढ़ जाए और वह भी बेहतर जिंदगी जी सके। उसे बेरोजगार बनाना ही भाजपा को ठीक लगा।
भाजपा राज में किसान, नौजवान और शिक्षक सभी बदहाली की जिंदगी जीने को अभिशप्त हैं। किसान कर्ज और फसल की बर्बादी से परेशानी में आत्महत्याएं कर रहे है। नौजवान की जिंदगी में अंधेरा ही अंधेरा है। सरकारी नौकरियां हैं नहीं, औद्योगिक प्रतिष्ठानों से भी कर्मचारियों की छंटनी हो गई हैं। आजादी के बाद इतने बड़े पैमाने पर बेरोजगारी कभी नहीं रही। सैकड़ों शिक्षामित्रों ने बेरोजगारी में आत्महत्याएं कर ली हैं। उर्दू शिक्षकों की भर्ती पर रोक लग गई है।
बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों पर भाजपा सरकार का ध्यान नहीं है। मंहगी बिजली, मंहगा तेल, मंहगी पढ़ाई, मंहगी दवाई के बाद मंहगी रसोई गैस। नोटबंदी के बाद जीएसटी की चोट। आम आदमी क्या खाए, क्या पिये, कैसे अपना घर चलाए? जनता को सिवाय तबाही और परेशानी के कुछ हासिल होने वाला नहीं है।
त्योहार पर भी लोगों को राहत मिलने वाली नहीं क्योंकि ढाई वर्श के अपने कार्यकाल में भाजपा सरकार में तो एक यूनिट बिजली पैदा नहीं हुई। समाजवादी सरकार के समय ही बने बिजली घर काम कर रहे हैं। इस सरकार ने बिजली की दरें बढ़ाने का ही काम किया है। आए दिन बिजली कटौती हो रही है।
इधर राजधानी सहित कई जनपदों में हत्या, लूट और अपहरण की घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। ‘ठोको प्रदेश‘ में निर्दोषों की खैर नही है। पुलिस और सरकार का रवैया पूरी तरह संवेदनहीन बना हुआ है। गरीब मारा-मारा फिर रहा है। जनता की दुर्दशा है। भाजपा सरकार अंधेर नगरी, चैपट राजा की व्यवस्था दुहरा रही है।