निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उ0प्र0 डाॅ0 वेदपति मिश्र ने बताया कि प्रदर्शनी का मूल उद्देश्य युवा पीढ़ी को वैज्ञानिक शोधों, सोचों एवं चिन्तनों के माध्यम से देश के प्रति जिम्मेदार बनाना है। प्रदर्शनी में प्रतिभागी बच्चों द्वारा प्रस्तुत माॅडल को देखकर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से विज्ञान के प्रति बच्चों में एक गहरी सोच देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि प्रदर्शनी में शामिल छात्र-छात्राएं वैज्ञानिक दिशा में अभूतपूर्व कार्य करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश एवं प्रदेश का नाम रोशन करेंगें।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उ0प्र0 द्वारा वर्ष-2012 में नवप्रवर्तन केन्द्र की स्थापना की गयी है। विगत वर्षों से कक्षा-12 तक के स्कूली विद्यार्थियों तथा असंगठित क्षेत्रों के नवप्रवर्तकों जैसे किसान, मजदूर, मैकेनिक, शिल्पकार अथवा समाज के अन्य ऐसे व्यक्ति जिन्होंने बिना किसी आर्थिक अथवा तकनीकी मदद के कोई नवअन्वेषण किया है उन्हें चिन्हित कर उनके बौद्धिक संपदा अधिकार के संरक्षण तथा विकसित किये नवअन्वेषणों को प्रोत्साहित एवं समर्थित करने का कार्य किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि यूनाइटेड नेशन द्वारा पूर्व राष्ट्रपति स्व0 डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम के जन्मदिन दिनांक 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस (ॅवतसक ैजनकमदज क्ंल) के रूप में घोषित किया गया है तथा राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान, अहमदाबाद, गुजरात द्वारा विगत वर्षों से उक्त दिवस को बाल सृजनात्मकता एवं नवप्रवर्तन दिवस (ब्ीपसकतमदश्े ब्तमंजपअपजल – प्ददवअंजपवद क्ंल) के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उ0प्र0 के संयुक्त निदेशक श्री आई0डी0 राम, वैज्ञानिक सीडीआरआई डाॅ0 पी0के0 श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।