अन्याय पर न्याय की विजय का पर्व दशहरा उल्लास पूर्वक मनाया गया

शक्तिनगर;सोनभद्र।एनटीपीसी लिमिटेड/सिंगरौली सुपर थर्मल पावर स्टेशन के आवासीय परिसर में अन्याय पर न्याय का पर्व दशहरा हर्षोल्लास से मनाया गया । शारदीय नवरात्रि पर चल रहे दुर्गा पूजा की नवमी पूजा हवन के उपरान्त केन्द्रीय विद्यालय मैदान पर मेघनाथ, कुम्भकर्ण वध की लीला विद्युत गृह के मुख्य महाप्रबंधक श्री देवाषीष चट्टोपाध्याय के मुख्य आतिथ्य में खेली गयी । मुख्य महाप्रबंधक चट्टोपाध्याय ने श्री रामदरबार की आरती कर लीला का शुभारंभ किया । भगवान राम को माल्यापार्ण करते ही आयोजन स्थल भगवान राम के जयकारे से गूॅज उठा । शेषाअवतार लक्ष्मण एवं कुम्भकर्ण में भयानक युद्ध हुई अंततः कुम्भकर्ण वीर गति को प्राप्त हुआ । कुम्भकर्ण के धराशायी होते ही रावण टूट तो गया पर अंहकार के कारण अपने परम पराक्रमी मेघनाथ को युद्ध के लिए भेज देता है पर न्याय के खिलाफ उसकी सारी मायावी शक्तियां व्यर्थ हो गयी वह भी मारा गया फिर भी रावण हठ पर अड़ा रहा है और तो और रानी मन्दोदरी की समझाइस भी बेकार गयी स्वयं युद्ध को गया उसके द्विव्य से द्विव्य रथ और हथियार काम नहीं आये । बानरी सेना के समाने रावण भी लाचार हो गया राम-रावण युद्ध की लीला के दौरान भगवान राम की सेना के उत्साहवर्द्धन में जनता जर्नादन से लगातार रामचन्द्र की जय, लखन लाल की जय वीर हनुमान की जयघोष करती रही । राम-रावण युद्ध के क्रम में लीला के कलाकारो ने मल्ल युद्ध,गदा युद्ध, तलवार बाजी, तीर धनुष संधान कौषल का नजारा प्रस्तुत करने में सफल रहे । राम -रावण युद्ध के दौरान भगवान राम ने भी एक बढ़ कर एक संघाती बाणों का प्रयोग किया पर सबके सब असफल रहे । राम के षरणागत विभीषण ने सत्य का पक्ष लेते हुए रावण के नाभि कुण्ड का रहस्य भगवान राम को बताया और राम ने नाभी कुण्ड पर प्रहार किया अृमत का क्षरण होते ही रावण मृत्यु को प्राप्त होता है । रावण के भूमि पर गीरते ही एक बार फिर रामचन्द्र की जय से केन्द्रीय विद्यालय मैदान गूज उठा । तदपरान्त परंपरानुसार मेघनाथ, कुभ्भकर्ण , रावण के पुतले मुख्य अतिथि , विशिष्ट अतिथि एस.के.नायक, महाप्रबंधक तकनीकी सेवा प्रभात कुमार एवं कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों ने संयुक्त रूप में पुतलों में आग लगाया । आकर्षक आतिशबाजी दशहरा मेला के साथ सिंगरौली विद्युत गृह में असत्य पर सत्य की विजय का महापर्व दशहरा धूमधाम से मनाया गया । सायं काल मुक्ताकांश रंगशाला में राम राज्याभिषेक की लीला के मंचन के साथ दशहरा महोत्सव सम्पन्न हुआ ।

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