रावण दहन व राम राज्याभिषेक के साथ हिण्डाल्को में रामलीला का हुआ समापन
हिण्डाल्को रामलीला मैदान पर धू-धू कर जलता 100 फुट ऊंचा रावण का पुतला
रेणुकूट, दिनांक 09 अक्टूबर – हिण्डाल्को रामलीला मैदान पर बीते नौ दिनों से चल रही सम्पूर्ण रामायण की लीलाओं का मंचन 100 फुट के विशालकाय रावण के दहन एवं श्री राम के राज्याभिषेक की लीला मंचन के साथ सम्पन्न हो गया। दशहरा कार्यक्रम का शुभारंभ हिण्डाल्को रेणुकूट क्लस्टर के मानव संसाधन प्रमुख श्री सतीश आनंद द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सोनभद्र के जिलाधिकारी श्री एस राजलिंगम को पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण विभाग लखनऊ की संयुक्त निदेशक डॉ. सत्या सिंह विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल हुईं। इसके पूर्व रिडक्शन प्लांट हेड डॉ. जगपाल सिंह तथा रामलीला परिषद के अध्यक्ष श्री वी.एन. झा के नेतृत्व में हिण्डाल्को रेणुकूट कॉलोनी परिसर में रामलीला परिषद् के कलाकारों द्वारा श्रीराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
इस अवसर पर नगरवासियों को दशहरा की शुभकामनाएं देते हुए सतीश आनंद ने रामलीला में भाग लेने वाले समस्त कलाकारों एवं निदेशक सुनील परवाल का आभार व्यक्त किया जिनके अथक प्रयास से रामलीला मंचन को साकार रूप दिया जा सका। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन के प्रति भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान कानून व्यवस्था एवं शांति कायम रखने में पूर्ण सहयोग दिया। इसके उपरान्त श्रीराम ने बुराइयों के प्रतीक रावण की नाभि में बाण मार कर रामलीला मैदान पर खड़े 100 फुट के विशालकाय रावण के पुतले को अग्नि समर्पित की और देखते ही देखते पुतला धू-धू कर जल उठा। इसी के साथ पूरा मैदान जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा। इलाहाबाद से आये आतिशबाजों ने अपनी बहुरंगी आतिशबाजी से रामलीला मैदान पर उपस्थित लगभग अपार जनसमूह का भरपूर मनोरंजन किया और घंटों रेणुकूट का आकाश रंगबिरंगी आतिशबाजी से आलोकित होता रहा। अंत में गाजे- बाजे के साथ श्री राम, जानकी और लक्ष्मणजी का अयोध्या में आगमन हुआ और उनके राज्याभिषेक की लीलाओं का मंचन किया गया। जिलाधिकारी ने परिवार एवं हिण्डाल्को के वरिष्ठ अधिकारियों समेत श्री राम-जानकी की पूजा एवं आरती की, तत्पश्चात रामलीला मंचन का समापन हुआ। इससे पूर्व सुबह रामलीला परिषद् के कलाकारों द्वारा निकाली गई शोभायात्रा पूरे हिण्डाल्को कॉलोनी परिसर का भ्रमण कर रामलीला मैदान पर समाप्त हुई। शोभायात्रा के दौरान जगह- जगह बड़ी संख्या में भक्तजनों ने श्रीराम-जानकी का दर्शन किया। इस दौरान पूरा परिसर श्रीराम के जयघोष से गुंजायमान होता रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में रामलीला परिषद के अध्यक्ष वीएन झा के नेतृत्व में सभी सदस्यों ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।