रामलीला मंचन मे हजारों की संख्या मे लोगों का हुजूम अहिरावण वध का मंचन देखा

चोपन /सोनभद्र (अरविन्द दुबे)विगत दिनों से चल रहे रेलवे रामलीला मैदान में सोमवार को लगभग हजारो की संख्या में लोग अहिरावण वध का मंचन देखा जहाँ रावण अपने पुत्रों और भाईयों के मारे जाने से व्याकुल हो जाता है। उसी समय उसे दैत्य अहिरावण की याद आती है।अहिरावण पाताल लोक में वास करता है। लंकेश्वर भगवान श्री राम और लक्ष्मण जी का वध करने के लिए पाताल लोक से लंका में बुलाए जाते है। अहिरावण को भगवान श्री राम व लक्ष्मण का वध करने के लिए कहता है। अहिरावण आज्ञा का पालन करते हुए छल से भगवान श्री राम व लक्ष्मण को पाताल लोक ले जाता है। पाताल लोक में उनकी बलि देने के लिए अहिरावण तप करता है। अचानक भगवान श्री राम और लक्ष्मण के गायब हो जाने परभगवान हनुमान परेशान हो जाते हैं। भगवान हनुमान अपने प्रभु भगवान श्री राम की तलाश में निकल पड़ते हैं। तलाश करते हुए पाताल लोक में पहुंच जाते हैं। वहां उनका सामना मकरध्वज से होता है। यहां दोनों के बीच युद्ध होता है। जब मकरध्वज बताता है वह उनका पुत्र है। उसके बाद भगवान हनुमान उससे कहते हैं कि वह मित्र व सेवक धर्म निभाते हुए राम व लक्ष्मण को यहां से ले जाएंगे। इस पर मकरध्वज को रस्सी से बांध देते हैं। व भगवान राम और लक्ष्मण को पाताल लोक से वापिस ले आते हैं। आदर्श रामलीला मण्डल सतना मध्य प्रदेश से आए कलाकारों द्वारा रामलीला का मंचन बहुत की सुंदर प्रस्तुति की जा रही है जिसे देखकर कलाकारों की प्रस्तुति को दर्शको द्वारा सराहा जाता है। वही थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह द्वारा सीता माता के लिए दो चार संवाद भी बताये गए और दशहरे के दिन प्रशासन द्वारा पूरी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की की बात भी कही गई। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि उस्मान अली ,थाना प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह, कस्बा इंचार्ज दिग्विजय सिंह, प्रदीप अग्रवाल, दिनेश गर्ग, मनोज चौबे,महफूज आरिफ़,अनीस अहमद, बालेश्वर सिंह,पन्चूराम, मनीष सिंह, वही आयोजन समिति के अध्यक्ष सुनील सिंह, उपाध्यक्ष सुरेश जायसवाल, महामंत्री मनोज सिंह सोलंकी, कोषाध्यक्ष राजेश गोस्वामी, सुशील पाण्डेय,अभिषेक दुबे , लल्लू श्रीवास्तव,अनिल जायसवाल, जितेंद्र जायसवाल, सुरेश यादव,आदि लोग उपस्थित रहे।

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