जटायु संवाद,राम सुग्रीव मित्रता,बाली वध,लंका दहन कि लीलाओं को देख श्रद्धालु भाव विभोर हुए
पंकज सिंह/विकास अग्रहरि@sncurjanchal
कुटिया में माता सीता को न देख सीता श्री राम द्वारा विलाप किया जाता है दण्डक वन से सीता का पता लगते वक्त रास्ते मे श्री राम से जटायु मिलता है जटायु द्वारा बताया जाता है रावण माता सीता हरण किया है यह कर जटायु की मृत्यु हो जाती है मृत जटायु का अंतिम संस्कार प्रभु श्री राम अपने हाथों से कर आगे बड़ाते है जंगलों विचरन कर किसकीन्दा पर्वत पहुचते है जहाँ सुग्रीव को शंका होता है शंका मिटाने के लिये सुग्रीव हनुमान जी को भेजता है हनुमान जी द्वारा प्रभु श्री राम से वनों विचरन के बारे में पूछा जाता है हनुमान जी श्रीराम लक्ष्मण को सुग्रीव के दरबार मे ले जाते है श्री राम द्वारा सुग्रीव का चिंतित होने का कारण पूछा जाता है सुग्रीव द्वारा बाली का अत्याचार को बताया जाता श्री राम के कहने पर सुग्रीव बाली से युद्ध करने जाते है लेकिन युद्ध मे बाली सुग्रीव पर भारी पड़ता है सुग्रीव जा कर बताते है अपने बाली को क्यो नही मारा तब प्रभु श्री राम कहते है तुम दोनो एक जैसे लगते हो इस लिये नही मारा तुम स्वम् दुबारा जाओ युद्ध करने प्रभु के कहने पर सुग्रीव बाली से पुनः युद्ध करने जाते है जहाँ उचित समय देखर श्री राम बाली का वध कर देते है।सुग्रीव राज्यपाठ में मस्त हो जाता है लक्ष्मण जी सुग्रीव के दरबार में जा उन्हें कहते हैं लक्ष्मण जी के कहने पर सुखदेव हनुमान जी को लंका भेजता है हनुमान जी लंका पहुंचे अशोक वाटिका में माता सीता से मिलते हैं और उन्हें बताते हैं प्रभु बहुत जल्द ही लंका पर चढ़ाई करने वाले यह कह हनुमान जी को जोरों से भूख लग जाती है फलों को खाने के लिए अशोक वाटिका में हनुमान जी जाते हैं जहां दुष्ट राक्षस हनुमान जी को परेशान करते हैं राक्षसों द्वारा रावण को बताया जाता है एक बंदर अशोक वाटिका को तहस-नहस कर रहा है यह सुन रावण अशोक वाटिका में अक्षय कुमार को भेजता है जहां हनुमान जी, अक्षय कुमार का युद्ध होता है युद्ध में अक्षय कुमार वीरगति को प्राप्त होता है राक्षसों द्वारा रावण को बताया जाता है वीरगति की खबर सुन रावण द्वारा मेघनाथ को अशोक वाटिका में भेजता है मेघनाथ द्वारा हनुमान जी को बांधकर रावण दरबार लाया जाता है रावण दरबार में हनुमान जी के पूंछ में आग लगा दिया जाता है लगी पूछ में आग देख हनुमान जी क्रोधित हो जाते हैं और पूरे लंकापुरी को जलाकर राख कर देते हैं। इस दौरान रामलीला का मनोरम मंचन देखने के लिये हजारों की संख्या में श्रद्धालु देर रात तक डटे रहे।इस दौरान श्री रामलीला के महा प्रबंधक गौरी शंकर सिंह जय प्रकाश सोनी,सत्यपाल सिंह,अंकित,रंजन,शनि,प्रकाश,संदीप पाण्डेय,सुनील कुमार,ब्यास आशीष(बिट्टू जी)रामलीला कमेटी के मीडिया प्रभारी पंकज सिंह,वालेंटियर प्रमुख आलोक अग्रहरि सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।