सोनभद्र।राषट्रीय स्वयं सेवक संघ सोनभद्र के 7 दिवसीय प्राथमिक शिक्षा वर्ग का धूमधाम के साथ समापन हुआ। इस दौरान 7 दिनों तक हासिल किए गए प्रशिक्षण का स्वयं सेवकों ने प्रदर्शन किया। इसके साथ ही राष्ट्रसेवा का संकल्प लेते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवकों द्वारा किए जा रहे समाज सेवा कार्यों को भी बताया गया।
साईं हॉस्पिटल एण्ड स्कूल आफ नर्सिंग सजौर ,सोनभद्र में आयोजित हो रहे शिविर की शुरुआत 26सितंबर 2019 को हुई थी। शिविर में घोरावल नगवा चतरा एवं छपका खंड एवं सोनभद्र नगर के 110 शिक्षार्थी भाग लिए।
शारीरिक, बौद्धिक, योग एवं राष्ट्र भक्ति के गीत सुभाषित, अमृत वचन तथा बोध कथाओं के माध्यम से उनका प्रशिक्षण हुआ जिसमें प्रांत प्रचारक रमेश जी, क्षेत्र शारीरिक प्रमुख गजेंद्र जी,विभाग प्रचारक अजीत जी, जिला प्रचारक शिवप्रसाद जी, विश्व हिंदू परिषद के पूर्वी क्षेत्र के संगठन मंत्री अंबरीश जी ने अपने विभिन्न विषयों पर शिक्षार्थियों को बौद्धिक से प्रशिक्षण प्रदान किया। वर्ग में सह जिला संघ चालक हर्ष जी, जिला कार्यवाह नंदलाल जी, सह जिला कार्यवाह बृजेश जी, वर्ग कार्यवाह संतोष जी, प्रभात कार्यवाह नीरज जी, मुख्य शिक्षक पंकज जी, विभाग सोशल मीडिया प्रमुख नीरज जी,राजीव जी एवं जिला, खंड एवं नगर कार्यकारिणी के कार्यकर्ताओं ने सहभाग किया। समापन बौद्धिक अंबरीश जी का हुआ जिसमें उन्होंने कहा कि परम पवित्र भगवा ध्वज को जब हम देखते हैं तो हमें अपना गौरवशाली इतिहास ध्यान में आता है ।यही ध्वज वेद में अरुण केतु, पुराणों में भगवत ध्वज कहा गया। भगवान श्रीराम का यही ध्वज था श्री कृष्ण जी जिस रथ का संचालन कर रहे थे उन अर्जुन और युधिष्ठिर का भी यही ध्वज था । यही ध्वज चाणक्य और चंद्रगुप्त का भी था । ध्वज केवल कपड़े का टुकड़ा मात्र नहीं होता वह हमारी सांस्कृतिक, ऐतिहासिक परंपराओं को प्रकट करने वाला राष्ट्र का गौरवशाली प्रतीक होता है। हम इस ध्वज के नीचे बैठकर संपूर्ण विश्व को श्रेष्ठ बनाने का संकल्प लेते हैं और सब के कल्याण की कामना करते हैं। यह ध्वज हमें संपूर्ण विश्व को एक परिवार मानने की प्रेरणा देता है । इस ध्वज से सूर्य की तरह प्रखरता यज्ञ की ज्वाला की पवित्रता और राणा शिवा का राष्ट्र के लिए त्याग हमें प्राप्त होता है। हम इस ध्वज के नीचे बैठकर राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाने की प्रेरणा मिलती है ।