सोनभद्र।राजस्व वसूली का लक्ष्य पूरा न करने वाले अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। वसूली के लक्ष्य की पूर्ति करना राजस्व विभाग के साथ ही अन्य सहयोगी विभागों का परम दायित्व है, लिहाजा नगर क्षेत्रों में वसूली में रूचि न लेने वाले अधिषासी अधिकारी चोपन व दुद्धी से जवाब-तलब करने के साथ ही जिले के तीनों उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों की भी जिम्मेदारी तय की जाय। जो राजस्व अधिकारी अपने अमीनों से वसूली का लक्ष्य एक तरफ पूरा नहीं करा रहा है और दूसरी तरफ अमीन के खिलाफ लिखा-पढ़ी भी नहीं कर रहा है, वह खुद खामियाजा भुगतने के लिए तैयार हो जाय। उक्त निर्देष जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने बृहस्पतिवार को राजस्व वसूली/कर-करेत्तर की समीक्षा बैठक करते हुए सम्बन्धितों को दियें। जिलाधिकारी ने बारी-बारी से समीक्षा करते हुए पाया कि राजस्व विभाग के साथ ही अन्य विभागों की वसूली संतोषजनक नहीं है, लिहाजा उन्होंने बारी-बारी से सम्बन्धितों को दायित्वबोध कराया और कहा कि सम्बन्धित सहयोगी विभाग, जिसे सीधा अपने लक्ष्य को पूरा करना है और वे अपने लक्ष्य से पिछड़े हुए है, उनकी जिम्मेदारी तय की जाय। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने पाया कि अधिषासी अधिकारी चोपन व दुद्धी का भी वसूली का लक्ष्य काफी कम है, जिसे जवाब-तलब करने के निर्देष दिये गये। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद जिले के उप जिलाधिकारियों,तहसीलदारों के लक्ष्य पूरे न होने पर बिन्दुवार समीक्षा करते हुए कहा कि एक तरफ जहां लक्ष्य पूरा नहीं है, वहीं दूसरी तरफ सम्बन्धित अमीनों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही भी नहीं की गयी है, इसलिए उप जिलाधिकारी व तहसीदार खुद लक्ष्य पूरा न करने के एवज में खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहै।