नई दिल्ली।हिंदुस्तान के लिये दो अक्टूबर गांधीजी और शास्त्रीजी को मात्र याद करने का दिन नहीं है, वरन उनके जीवन से प्रेरणा लेने का महान दिन है। दोनों को नेता कहने के बजाए सांसारिक संत कहना ज्यादा सही है क्योंकि वे न तो सांसारिक राजनीति में उलझे और न ही संत की तरह संसार त्यागने का कार्य किया! इसीलिए किसी भी राजनेता की राजसत्ता से आज भी गांधीजी और शास्त्रीजी की जनसत्ता बहुत उंची है, बहुत सम्मानजनक है. ज्यादातर राजनेता सोचते हैं कि पर्दे के पीछे का खेल लोग समझते नहीं हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं, हाथी के दांत दिखाने के अलग और खाने के अलग, की पहचान करना जनता अच्छी तरह से जानती है।
जनता की चुप्पी को राजनेता अपनी चालाकी नहीं समझें! अधिकतर राजनेताओं के कार्य रेत पर लिखे नाम की तरह है, जो समय के साथ भूला दिए जाते हैं लेकिन सच्चे जननेता के कार्य पत्थर पर लिखे शिलालेख की तरह होते हैं, जो सदियों तक याद किए जाते हैं! गांधीजी और शास्त्रीजी केवल जनसेवा ही नहीं की, उन्होंने प्रायोगिक राह भी दिखाई. आज गांधीजी और शास्त्रीजी इसलिए लोगों के दिल में बसे हैं क्योंकि उनका जीवन पर्दे के पीछे और पर्दे के सामने एकजैसा था, संत जीवन, सत्य जीवन!
जो नेता राजनीति की आड़ में स्वयं के सुख के लिए, स्वयं के हित के लिए कार्य करते हैं, उनका जीवन कागज के फूल की तरह है जो दिखते तो असली की तरह हैं लेकिन असली फूल की जगह नहीं ले सकते हैं. गांधीजी और शास्त्रीजी के कर्म केवल सुगंधित पुष्प ही नहीं थे बल्कि उन्होंने तो पूरा बगीचा ही तैयार कर दिया था. यही वजह है कि उनके सुविचारों, उनके उत्तम कर्मों की सुगंध आज भी देश विदेश में भारत की गौरवमयी उपलब्धि का अहसास कराती है।
फ्लैश बैक-
2 अक्टूबर 1924- राष्ट्रसंघ को शक्तिशाली बनाने के उद्देश्य से लाया गया जेनेवा प्रस्ताव, 1924 महासभा द्वारा स्वीकृत हुआ किंतु बाद में उसकी पुष्टि नहीं हुई.
2 अक्टूबर 2000- रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भारत की चार दिवसीय यात्रा दिल्ली पहुँचे.
2 अक्टूबर 2001- 19 देशों के संगठन नाटो ने अफगानिस्तान पर हमले के लिए हरी झंडी दी.
2 अक्टूबर 2003- हंगरी के प्रधानमंत्री पीटर मैडगेसे भारत की यात्रा पर आये.
2 अक्टूबर 2004- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कांगों में 5900 सैनिक भेजने का प्रस्ताव मंजूर किया.
2 अक्टूबर 2006- दक्षिण अफ्रीका ने परमाणु ईधन आपूर्ति मामले पर भारत को समर्थन देने का फैसला किया.
2 अक्टूबर 2007- उत्तर व दक्षिण कोरिया के बीच दूसरी शिखर बैठक सम्पन्न हुई.
जन्म दिन-
2 अक्टूबर 1974- प्रीतम सिवाच, भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान.
2 अक्टूबर 1869- महात्मा गाँधी, भारत के राष्ट्रपिता.
2 अक्टूबर 1904- लालबहादुर शास्त्री, भारत के दूसरे प्रधानमंत्री.
2 अक्टूबर 1942- आशा पारेख, प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री.
2 अक्टूबर 1924- तपन सिन्हा, प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक.
पुण्य तिथि- 2 अक्टूबर 1906- राजा रवि वर्मा, विख्यात चित्रकार.
2 अक्टूबर 1964- राजकुमारी अमृत कौर, प्रमुख गांधीवादी, स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता.
2 अक्टूबर 1975- के. कामराज, भारत रत्न सम्मानित स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री.
2 अक्टूबर 1982- सीडी देशमुख, भारत के तीसरे वित्त मंत्री.
प्रमुख दिन-
2 अक्टूबर, अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस (महात्मा गांधी जयन्ती) 2 अक्टूबर, लाल बहादुर शास्त्री जयन्ती.
साभार पल पल इंडिया