बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
कन्याओं के द्वारा निकाली गई कलशयात्रा।
बभनी। क्षेत्र के तमाम जगहों पर श्रद्धालुओं की कतारें देखने को मिली वहीं शिवमन्दिर असनहर में नवरात्र के प्रथम दिन में पूजा-अर्चना करते हुए 51 कन्याओं के द्वारा कलश शोभायात्रा निकाली गई जहां नौ दिनों तक भव्य पूजा अर्चना कराया जाएगा यहां शिव सरश्वती पूजा युवा समिति असनहर के नाम से समीति बनाई गई है। जहां युवा कार्यकर्ताओं के द्वारा तीन वर्षों से पूजा पाठ कराया जाता है।
*इस क्षेत्र की अतिप्राचीन मंदिर*
इस मंदिर का निर्माण सन् 1970ई. में आचार्य श्री हरिशंकर देव पांडेयजी के द्वारा इस मंदिर का किया गया था। जहां हर वर्ष दूर्गा पूजा व पांच वर्षों में यज्ञ कराया जाता ये परंपरा 2014 तक चला इसके पश्चात कुछ दिनों के लिए शांत हो जाने के कारण युवाओं के अंदर निराशा देखने को मिलने लगी फिर गांव के ही नवयुवकों ने परंपरा को देखते हुए पूजा पाठ की प्रक्रिया को अपनाया। जिसके मद्देनजर रखते हुए पिछले वर्ष सरश्वती पूजा 101 कन्याओं के कलश यात्रा के साथ कराई गई थी।इसी क्रम में इस वर्ष भी 51 कन्याओं के द्वारा कलश यात्रा के साथ पूजा पाठ
का शुभारंभ किया जा रहा है शासन के निर्देश का पालन करते हुए गाजे-बाजे के साथ बिना डीजे साउंड का ही शांति व्यवस्था बनाते हुए पूजा-अर्चना जारी किया जा रहा है।जो रामलल्लू दूबे की अध्यक्षता में आयोजित की जा रही है जिसमें आचार्य सुनील दुबे यजमान राजाराम व उनकी पत्नी सीता देवी कोषाध्यक्ष सतीश पांडेय संरक्षक उमेश पांडेय व भोला कश्यप रहे। जिसमें कार्यकर्ता परमेंद्र रमेश दीपक राजकुमार अभय पांडेय अरुण पांडेय राजूदेव पांडेय सुनील दीपक पंकज प्रदीप चंदन देव पांडेय अमरनाथ समेत अन्य रहे।और 51 कन्याएं सिंटू पांडेय विमला जाह्नवी बिंदू स्रिष्टी संगीता नेहा उमा साधना पिंकी पिंकी सीता रीता कौशल्या रिंकी अंजली अनुराधा अन्नु समेत अन्य कन्याओं ने कलश यात्रा के दौरान एक किलोमीटर की दूरी तय करते हुए बीच में स्थापित कुलदेव ब्रह्मबाबा का पूजा-अर्चना करते हुए कलश भरने के पश्चात मंदिर का परिक्रमा करते हुए पूजा पाठ जारी रहा।