अतिवृष्टि से नदी, नाला, तेज पानी का बहाव इत्यादि से दूर रहें -डीएम

सोनभद्र/दिनांक 28 सितम्बर, 2019।जनपद में मानसून सक्रिय है और लगातार वर्षा हो रही है। राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा अवगत कराया गया गया है कि आने वाले समय में भी भारी वर्षा होने की सम्भावना है। अतिवृष्टि के कारण अनेक प्रकार की समस्यायें उत्पन्न होती है, थोड़ी सी सावधानी अपना कर काफी हद तक अतिवृष्टि से बचाव किया जा सकता है और अतिवृष्टि से होने वाली जन-धन पशु एवं अन्य हानि को न्यून किया जा सकता है। जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि अतिवृष्टि के कारण शहरी क्षेत्र में जलभराव, सीवरेज/नालिया ब्लाकिंग होने की सम्भावना रहती है, इसके लिये आवष्यक है कि जिस क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण जलभराव हुआ हो उस क्षेत्र में जाने से बचें। उन्होंने बताया कि नदी, नाला, तेज पानी का बहाव इत्यादि से दूर रहें। विद्युत पोल तथा टूटे व गिरे पड़े इलेक्ट्रानिक उपकरणों से स्वयं एवं अपने पषुओं की दूरी बनायें रखें। जरूरी सामान जैसे कपड़े, दवायें, जरूरी कागज वाटर पू्रफ बैग में रख लें। बच्चों को खाली पेट न रखें। बच्चों को स्वच्छ एवं गर्म भोजन खिलाएं। बच्चों को अतिवृष्टि के पानी से खेलने की अनुमति ना दें। सांप एवं जहरीले जानवरों से बच कर रहें। मच्छर व किड़ों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें। पशुओं को बाढ़ के पानी से डूबा चारा न खिलायें। ब्लीचिंग पाउडर तथा चुने का प्रयोग अपने आस-पास के स्थान को साफ रखने के लिए करें। खाना ढक कर रखें एवं फ्रेश फूड ही खाएं। पानी उबाल कर पियें या क्लोरिन का उपयोग करें। छाता व लाठी अपने साथ रखें, बरसात में सर्पदंष की घटनायें बढ़ जाती है। अतिवृष्टि के कारण अगर जिस क्षेत्र में जलभराव हुआ और गइराई पता न हो तो उसे पार करने की कोशिष न करें, यदि पार करना अति आवष्यक हो तो एक डण्डा साथ रखें, जिससे पानी के गइराई की जानकारी हो सके। उक्त जानकारी सूचना विभाग के नेसार अहमद ने दी।

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