एनसीएल ने आयोजित की सिंगरौली नराकास की बैठकसिगरौली।भारत सरकार की मिनी रत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के निदेशक (कार्मिक) श्री नाग नाथ ठाकुर ने सिंगरौली स्थित केंद्रीय सरकार के संस्थानों से कार्यालयीन कामकाज में हिंदी के प्रयोग के दायित्व का निर्वहन कर हिंदी भाषा को नए उत्कर्ष पर ले जाने का संकल्प लेने का आह्वान किया है। ठाकुर बुधवार को ‘सिंगरौली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास)’ की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। एनसीएल के निगाही क्षेत्र में आयोजित बैठक में एनटीपीसी विन्ध्यांचल सुपर थर्मल पवार स्टेशन के कार्यकारी निदेशक देवाशीष सेन, एनसीएल के निगाही क्षेत्र के महाप्रबंधक एस॰ के॰ गोमस्ता, एनसीएल के महाप्रबंधक (राजभाषा) एस॰ एस॰ हसन एवं एनटीपीसी विन्ध्यांचल के महाप्रबंधक (मानव संसाधन) उत्तम लाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की।बैठक में श्री ठाकुर ने कहा कि हिंदी भाषा सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वोपरि है और हिंदी इतनी सरस भाषा है कि इसे बताने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने नराकास की सदस्य संस्थाओं से सिंगरौली क्षेत्र में हिंदी के अधिक से अधिक विस्तार के लिए प्रयास करने का आह्वान किया, ताकि हिंदी अपने उत्कर्ष तक पहुंच सके। साथ ही, श्री ठाकुर ने नराकास की पत्रिका ‘मंथन’ में हर सदस्य कार्यालय से अपना योगदान देने की अपील की, जिससे हम सभी को एक-दूसरे के विचारों का लाभ मिल सके।इसके पूर्व सिंगरौली नराकास के सदस्य-सचिव एनसीएल के महाप्रबंधक (राजभाषा) एस॰ एस॰ हसन ने नराकास के उद्देश्यों तथा सिंगरौली नराकास द्वारा राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए उठाए गए कदमों व कार्यों की विस्तार से चर्चा की।एनटीपीसी विन्ध्यांचल के महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री उत्तम लाल ने नराकास सदस्य कार्यालयों से राजभाषा को कार्य संस्कृति बनाने तथा आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के युग में राजभाषा को भी तकनीकी रूप से समृद्ध बनाने की जरूरत पर बल दिया।बैठक में पिछली बैठक के सारवृत्त के कार्यवाही विवरण पर चर्चा की गई तथा सदस्य कार्यालयों से आए हुए प्रतिनिधियों से राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में बेहतरी के सुझाव मांगे गए। कई सुझावों पर सहमति बनी और उसे तय समयसीमा में किए जाने का संकल्प भी लिया गया। नराकास सदस्य कार्यालयों और उनके कर्मियों के बीच राजभाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताओं की विजेता संस्थाओं एवं कर्मियों को भी पुरस्कृत किया गया। साथ ही, नराकास सिंगरौली की अगली बैठक एनटीपीसी विन्ध्यांचल में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव भी पास किया गया।कार्यक्रम को संपन्न कराए जाने में एनसीएल मुख्यालय के राजभाषा विभाग की टीम की भूमिका अहम रही।गौरतलब है कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा गठित सिंगरौली नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) में सिंगरौली जिले में स्थित एनसीएल, एनटीपीसी, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, बीईएमएल, एसबीआई, पोस्ट ऑफिस, सीआईएसएफ, बीएसएनएल, इंश्योरेंस कंपनियों सहित केंद्र सरकार के 22 कार्यालय शामिल हैं।