
सोनभद्र,अनपरा।सरकार द्वारा कोयला उद्योग में 100% एफडीआई के विरोध में मजदूर संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। पाचो श्रमिक संघ ने पांच दिवसीय हड़ताल को सफल बनाने के लिये सुबह से अध्यक्ष,सचिव परियोजना गेट पर जमे हुये दिखाई दिये।एनसीएल की खदानों में व्यापक असर रहा।
हड़ताल को सफल बनाने के लिए सोमवार को प्रथम पाली से ही बीएमएस समर्थक कोयला मजदूरों ने विभिन्न परियोजनाओं में जुलूस निकालकर विरोध दर्ज प्रदर्शन किया। बीएमएस के महामंत्री पी के सिंह ने बताया की कोल कर्मियों के हड़ताल पर जाने से सोमवार को एनसीएल के कोयले उत्पादन में 45% असर रहा जबकि विभिन्न परियोजनाओं में कोयले का डिस्पैच 80% तक बाधित रहा। जानकारी अनुसार कोल उद्योग के इस हड़ताल से नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड की विभिन्न परियोजनाओं पर खासा असर पड़ा है। एक और जहां जयन्त क्षेत्र में मोरवा कोल ट्रांसपोर्ट, साइलो से डिस्पेच भी बंद रहा। वहीं दूसरी ओर अमरोली परियोजना में बी के एस एस सिंगरौली के कार्यकारी अध्यक्ष डी पी दुबे व वरिष्ठ कार्यकर्ता सचिव एन के सिंहके नेतृत्व में हड़ताल की अपील की गई थी, जिसके कारण ज़्यादातर श्रमिकों ने हड़ताल में भाग लिया। निगाही में भी मनीष चौबे व राकेश पाण्डेय के नेतृत्व मेंआज दिनांक 24 नौ 2019 को ब्लॉक भी परियोजना में संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में प्रथम पाली से पूरी तरह खदान मैं उत्पादन और कोयले का प्रेषण पूरी तरह से बंद पांचों श्रमिक संघ के अध्यक्ष और सचिव उपस्थित तथा सैकड़ों की तादात में कोयला कामगार डटे हुए हैं।
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