प्रयागराज- लवकुश शर्मा
हंडिया- गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से गंगा तटीय गांव में हड़कंप मचा हुआ है। हंडिया के पौराणिक लाक्षागृह गंगा तटीय बस्तियों के करीब पानी पहुंचने से तटीय बस्तियों में रहने वाले में हड़कंप मचा हुआ है। लगातार बढ़ते गंगा नदी के जल स्तर से लाक्षागृह कांधला कीहुनी ,तेला ,बड़ौली सहित लगभग दर्जनों गांव के तटीय बस्ती वासी सकते में हैं । उफनाई गंगा ने कंदला के लगभग 50 घरों की मांझी बस्ती को चारों ओर से घेर लिया है। जिससे लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं लोग अपनी रोजमर्रा के सामान भी नहीं ले पा रहे हैं।बच्चे अगर स्कूल जाए तो 500 मीटर की जगह 6 किलोमीटर चलकर जाना पड़ेगा लक्षागृह गोडरी मार्ग से बेलहा मार्ग और जगुआ सोंधा सहित आधा दर्जन गांव पर संपर्क मार्ग जलमग्न हो गए हैं। लगभग दो दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया है। महाभारत कालीन पौराणिक किला कोर्ट का अस्तित्व भी कटान की वजह से खतरे में है जिला प्रशासन के हाई अलर्ट के बाद सोमवार को उपजिलाधिकारी हंडिया सुभाष चंद्र यादव मौके पर पहुंचे लोगों ने कांदला के लिए नाव व्यवस्था की मांग की। लोगों का कहना है कि अगर किसी तरह से जलस्तर बढ़ा तो एक-दो दिन में लगभग एक सैकड़ा लोग घर छोड़ने पर विवश हो जाएंगे। आरोप है कि स्थानीय प्रशासन अभी तक कोई भी सुरक्षित जगह नहीं चयनित कर पाई है गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से सैकड़ों बीघा फसल पानी में डूब कर बर्बादी के कगार पर है चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिख रहा है लोगों का आरोप है कि जहां इस समस्या से वहां के लोगों में भय व्याप्त है वहीं स्थानीय प्रशासन मौन है।